DESK: इस बार रक्षा बंधन को लेकर बहुत कंफ्यूजन देखा जा रहा है। कोई 11 अगस्त गुरुवार तो कोई 12 अगस्त शुक्रवार को रक्षा बंधन होने की बात कर रहा है। कोई ऐसा घर नहीं होगा जहां इस पर्व को लेकर चर्चा नहीं हो रही होगी। आस-पड़ोस और घर परिवार में रक्षा बंधन की तिथि को लेकर चर्चा सप्ताह भर पहले से ही हो रही है। तिथि को लेकर हो रहे कंफ्यूजन को आइए दूर करने की कोशिश करते हैं।
दरअसल राखी का त्योहार सावन महीने के पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और मिठाईयां खिलाती है। भाई भी अपनी बहना की रक्षा करने का वचन देता है। ये त्योहार भाई-बहन के अटूट प्रेम और समर्पण का प्रतीक माना जाता है। रक्षाबंधन की तिथि को लेकर जो उलझन की स्थिति है उसका बड़ा कारण भद्रा काल है। भद्रा काल के दौरान भाई की कलाई पर राखी बांधना शुभ नहीं माना जाता है।
रक्षाबंधन का त्योहार पूर्णिमा तिथि में मनाया जाता है लेकिन 11 अगस्त को पूर्णिमा के साथ साथ भद्रा काल भी है। ऐसे में 12 अगस्त को ही रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा। मिथिला और बनारस पंचांग के जानकार रक्षाबंधन उदयातिथि 12 अगस्त शुक्रवार को ही मनाने को लेकर एकमत हैं। जानकारों के मुताबिक 11 अगस्त को भद्रा लगने के कारण 12 अगस्त को उदयातिथि में रक्षाबंधन का त्योहार मनाना श्रेयस्कर होगा। भद्रा काल में रक्षा सूत्र नहीं बांधा जा सकता है। ऐसे में 12 अगस्त को ही रक्षाबंधन शुभ फलदायी होगा।