जीतनराम मांझी ने कहा.. लालू जी सामाजिक न्याय के पुरोधा हैं, उनके जेल जाने से गरीबों में हताशा है

जीतनराम मांझी ने कहा.. लालू जी सामाजिक न्याय के पुरोधा हैं, उनके जेल जाने से गरीबों में हताशा है

GAYA : बहुचर्चित चारा घोटाला में आज राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को सजा सुनाए जाने के बाद पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने अपने गृह जिला गया में अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. उन्होंने कहा है कि लालू जी को सजा होने के बाद गरीब गुरबों में हताशा है. उन्होंने कहा है कि लालू जी सामाजिक न्याय के पुरोधा हैं. और उनका समाज के प्रति काफी योगदान रहा है. मांझी ने लालू की तुलना भगवान श्री कृष्ण से भी की है. 


हालांकि उन्होंने कोर्ट के फैसले पर संतोष भी जाहिर किया है. कहा कि कोर्ट के आदेश पर कुछ कहा नहीं जा सकता है. अब कितनी सजा सुनाई जाएगी यह आगे देखा जायेगा. ऐसा मैं मानता हूं लालू जी ऐसे समाजवादी नेता किसी कारण से दोषी करार दिए जाते हैं तो दुख होता है. एक ऐसा नेता जो समाज के लिए अच्छा काम करता है, समाज में पूजा जाता है, समाज जिससे प्रेरणा लेता है वह भी ऐसे मुकदमों में फंस जाते हैं. लालू जी बार-बार जेल जा रहे हैं. मेरी यही कामना है कि लालू जी का स्वास्थ्य ठीक रहे. 


इससे पहले जब लालू यादव को दोषी करार दिया गया था तो कोर्ट में सुनवाई के वक्त लालू यादव के बेटों और पत्नी की वहां मौजूदगी नहीं होने पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने दुख जाहिर किया था. 




जीतन मांझी ने ट्वीट कर कहा, 'लालू यादव जी को सजा हुई. जो भी हो, मुझे अफसोस इस बात का है कि इस मुश्किल तरीन वक्त में ना उनका बेटा उनके साथ था ना ही जिन्हें मुख्यमंत्री बनाया वह पत्नी! बिहार के लोगों के मुश्किल वक्त में तो लालू जी के बेटे कहीं नहीं दिखतें, कम से कम पिता के साथ तो आज बेटे को रहना चाहिए था.'