PATNA : महागठबंधन की खामियों को बेबाकी से कबूल करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी अब अपनी सियासी नैया को अकेले ही किनारे लगाने को तैयार हैं। यही वजह है कि जीतन राम मांझी सहयोगी दलों की मदद लिए बिना आज नीतीश सरकार के खिलाफ धरना देंगे।
बिहार में गिरती कानून व्यवस्था, खराब स्वास्थ्य सेवा और महिला उत्पीड़न के साथ-साथ अन्य जनसमस्याओं को लेकर जीतन राम मांझी आज धरने पर बैठेंगे। पटना के गर्दनीबाग में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा की तरफ से एक दिवसीय महाधरना आयोजित किया गया है।
जीतन राम मांझी ने हम की तरफ से आयोजित इस धरना कार्यक्रम में महागठबंधन के किसी अन्य सहयोगी दल को ना तो बुलाया है और ना ही किसी घटक दल ने समर्थन का एलान किया है। 24 जून को राष्ट्रीय जनता दल के धरना कार्यक्रम को मांझी ने समर्थन दिया था लेकिन तेजस्वी की गैरमौजूदगी की वजह से वह खुद आरजेडी के धरने से दूर रहे थे।