जिनके कंधों पर जेल की सुरक्षा वही पहुंचाता था नशे का सामान, तलाशी के दौरान पकड़ा गया होम गार्ड जवान फरार

जिनके कंधों पर जेल की सुरक्षा वही पहुंचाता था नशे का सामान, तलाशी के दौरान पकड़ा गया होम गार्ड जवान फरार

SAHARSA: जिस सुरक्षा कर्मी के कंधों पर जेल की सुरक्षा थी वही नशे का सामान पहुंचाता था। सहरसा मंडल कारा में तैनात सुरक्षाकर्मी को नशीली दवा और अन्य प्रतिबंधित सामान के साथ पकड़ा गया। जिसके बाद माफीनामा लिखने के बाद से वह फरार हो गया। मंडल कारा अधीक्षक अमित कुमार ने आरोपी होमगार्ड जवान राजेश कुमार के खिलाफ सदर थाने में आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है। 


बता दें कि मामला बीते 5 अक्टूबर का है जब सहरसा जेल में ड्यूटी पर जाने से पहले होमगार्ड जवान की तलाशी ली गयी थी। जिसके पास से नशे का सामान बरामद किया गया था। इससे पहले भी रिटायर्ड जवान सह कक्षपाल रामानंद यादव को मोबाइल तस्करी के जुर्म में पकड़ा गया था। जिसके बाद रामानंद को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था।


सहरसा मंडल कारा अधीक्षक अमित कुमार ने सदर थाने को दिए आवेदन में बताया कि 5 अक्टूबर की रात्रि को तलाशी के दौरान गृहरक्षक राजेश कुमार के पास से दो मोबाईल, एक पैकेट सिगरेट, दो सौ ग्राम नशीली गोलियां बरामद की गई थी। उन्होंने बताया कि मंडल कारा में अवैध सामान को ले जाने से रोकने के लिए विशेष अभियान शुरू की गयी है। सात कक्षपालों की टीम को गेट के अंदर और बाहर ड्यूटी पर तैनात किया गया है। चार और पांच अक्टूबर की रात्रि नौ बजे से बारह बजे तक गेट वार्डर के रूप में कक्षपाल सन्नी कुमार की ड्यूटी थी। जो ड्यूटी में आने वाले सुरक्षा कर्मियों तलाशी करते हैं। मध्य रात्रि 12 बजे से तीन बजे की ड्यूटी जाने-वाले सुरक्षा कर्मियों की गेट वार्डर सन्नी कुमार तलाशी लेता है। 


इसी दौरान गृहरक्षक राजेश कुमार के पास से दो मोबाईल, एक पैकेट सिगरेट, करीब 200 ग्राम नशीली गोलियां बरामद की गयी। जिसके बाद उसे ड्यूटी से जाने से रोका गया। गृहरक्षक ने अपनी ओर से माफीनामा दिया है। अधीक्षक ने कहा कि सभी प्रक्रिया की सीसीटीवी फुटेज है और अन्य सुरक्षा कर्मियों के सामने यह तलाशी हुई है। जिसके बाद से आरोपी गृहरक्षक फरार हो गया है। दिए आवेदन में कारा अधीक्षक ने दोषी गृहरक्षक पर सुसंगत धाराओं सहित एनडीपीएस एक्ट के तहत प्रथिमिकी दर्ज कर कठोर कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सभी सुरक्षा कर्मियों को निषिद्ध सामग्री की तस्करी नहीं करने के लिए बार बार समझाया जाता है और चेतावनी दी जाती है इसके बावजूद गृह रक्षक राजेश कुमार द्वारा निषिद्ध सामग्रियों की तस्करी करने का दुःसाहस करना इसके हार्डकोर तस्कर होने का प्रमाण है। 


उन्होंने आरोपित गृहरक्षक से पूछताछ एवं अनुसंधान के दौरान मोबाईल कहाँ से खरीदा गया और किसके आईडी से इसे खरीदा गया। नशीली दवाओं का क्रय किस दुकान या किस व्यक्ति से किया गया। बिना चिकित्सीय पुर्जा के इतने भारी मात्रा में किसने इसका विक्रय किया। ऐसे विक्रेता पर कार्रवाई करने अन्य कौन कारा कर्मी और पदाधिकारी इस तस्करी में शामिल हैं। किस बंदी को सामग्री दिया जाना था। कौन-कौन बंदी और कारा कर्मी इस रैकेट में शामिल हैं। 


जेल अधीक्षक ने अपने पत्र में लिखकर मामले की जांच कराने की मांग की है। उन्होंने लिखा कि आरोपित बंदी द्वारा पूर्व में कब और किन निषिद्ध सामग्री की तस्करी की गयी। कारा में स्थापित तलाशी व्यवस्था में कौन-कौन सी कमियां हैं, किस कारण से कारा में निषिद्ध सामग्रियों का प्रवेश संभव हो जाता है। कारा में निषिद्ध सामग्रियों के तस्करी के लिए आरोपी गृहरक्षक की क्या कार्य प्रणाली है। अधीक्षक ने इन तमाम बिंदुओं पर विशेष अनुसंधान करने की सूचना कारा कार्यालय को उपलब्ध कराई है। इधर, मामला दर्ज होने के बाद सदर थाना पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।