झोलाछाप डॉक्टर ने ली जान ! महिला का ऑपरेशन कर निकाला गर्भाशय, अब दूसरे दिन हुई मौत

झोलाछाप डॉक्टर ने ली जान ! महिला का ऑपरेशन कर निकाला गर्भाशय, अब दूसरे दिन हुई मौत

PATNA : बिहार के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव राज्य के स्वास्थ्य महकमें में सुधार को लेकर लगातार काम करते रहते हैं। समय दर समय ये कड़ा एक्शन भी लेते हुए नजर आते हैं। इसका एक नमूना कल देखने को भी मिला जब के स्वास्थ्य मंत्री ने एक साथ 80 से अधिक डॉक्टरों को निष्काषित कर दिया। लेकिन, इसके बाबजूद राज्य के डॉक्टर को स्वास्थ्य महकमा सुधरने का नाम बनहि ले रहा है। अब एक एक ताजा बिहार के पश्चिम चंपारण से जुड़ा हुआ है। जहां के एक झोलाछाप डॉक्टर ने एक महिला के इलाज के दौरान गर्भाशय निकाल लिया, जिसके दो दिन बाद अब उस महिला की मौत हो गई। 


दरअसल, यह पूरा मामला पश्चिम चंपारण के नरकटियागंज इलाके के शिकारपुर थाना क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। यहां मथुरा चौक स्थित अपने अवैध क्लीनिक में महिला का गर्भाशय निकाल दिया। जिसके दूसरे दिन महिला की मौत हो गई।  जिसके बाद गुस्साए मृतका के स्वजन व ग्रामीणों ने क्लीनिक के पास जमकर हंगामा किया। 


मृत महिला के स्वजन ने बताया कि, झुन्नी देवी के गर्भाशय में संक्रमण की शिकायत थी। इसके बाद इसे आपरेशन के लिए बीती आठ जनवरी को मथुरा चौक पर मनोज कुमार के हास्पिटल में उसे भर्ती कराया गया। 12 जनवरी की रात मनोज कुमार ने सर्जरी कर गर्भाशय निकाल दिया। 13 जनवरी की दोपहर के बाद झुन्नी की स्थिति बिगड़ने लगी। देर शाम उसकी मौत हो गई।


वहीं, मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इसके साथ ही इस मामले में गुप्ता हास्पिटल के संचालक झोलाछाप चिकित्सक मनोज कुमार समेत चार अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने अवैध क्लीनिक को सील कर दिया गया है। मृत महिला की पहचान बैरिया थाने के तधवानंदपुर वार्ड नंबर 12 निवासी अजय पासवान की पत्नी झुन्नी देवी (25) के रूप में हुई।


इधर, थानाध्यक्ष रामाश्रय यादव ने बताया कि मृतका के पिता बलथर थाने के गौचरी गांव निवासी आमेंद्र पासवान के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। मृतिका के पिता ने बताया कि, मथुरा चौक पर गुप्ता हास्पिटल के नाम से मनोज कुमार क्लीनिक चलाता है। कई लोगों से जानकारी मिली थी कि यहां बाहर के चिकित्सक आते हैं और वही सर्जरी करते हैं। इसलिए झांसे में आ गए। बेटी की सर्जरी करा ली। वह लंबे समय से बीमार चल रही थी। चिकित्सक को दिखाया तो उन्होंने कहा कि 12 हजार रुपये लगेंगे। गर्भाशय निकाल दिया जाएगा। उसके बाद पूरी तरह से स्वस्थ हो जाएगी। नरकटियागंज अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक डा. प्रशांत कुमार ने बताया कि कम उम्र की महिलाओं का गर्भाशय निकालने से कई तरह की परेशानी हो सकती है। फर्जी क्लीनिकों के खिलाफ कार्रवाई के लिए टीम गठित की गई है।