Mokama Assembly Election : मुरेठा बांधना महज संयोग का एक प्रयोग ! आखिर क्यों मोकामा में खुद एक्टिव हुए JDU के कद्दावर नेता; सवर्ण बहुल सीट पर क्यों बदला जाता है समीकरण Bihar News: बिहार में 18 सरकारी कर्मचारियों पर गिरी गाज, FIR के बाद अब होगी विभागीय जांच Bihar News: रवि किशन को गोली मारने की धमकी देने वाले का बिहार से नहीं कोई कनेक्शन, गिरफ्तारी के बाद बोला "गलती हो गई" Bihar Election 2025: अगर आपके पास नहीं है वोटर कार्ड, तो इन दस्तावेजों का इस्तेमाल कर दें सकते है वोट; जानिए Patna Traffic Police : कार्तिक पूर्णिमा पर पटना में बदलेगी ट्रैफिक व्यवस्था, कारगिल चौक से गायघाट तक वाहनों पर रोक Bihar Election 2025: विशाल प्रशांत ने 900 करोड़ की विकास परियोजनाओं किया पेश, नितिन गडकरी ने किया विमोचन, कहा- “तरारी बनेगा विकास का मॉडल” Bihar Weather: बिहार में इस दिन से पड़ेगी कड़ाके की सर्दी, IMD ने अभी से किया सावधान Bihar Election 2025: मोकामा में आचार संहिता उल्लंघन का मामला, ललन सिंह और सम्राट चौधरी पर केस दर्ज; अनंत सिंह के समर्थन में निकला था रोड शो Bihar Election 2025: पहले चरण के प्रचार का शोर थमेगा आज , 18 जिलों में 6 नवंबर को वोटिंग; इतने करोड़ मतदाता करेंगे मतदान Bihar News: बिहार चुनाव के बीच करोड़ों की लागत से बना पुल धंसा, कांग्रेस बोली- जनता सब देख रही है, अब वोट से चोट करेगी
1st Bihar Published by: Updated Tue, 24 Dec 2019 04:48:40 PM IST
                    
                    
                    - फ़ोटो
PATNA : झारखंड में महागठबंधन में शामिल सभी पार्टियों ने मिलकर भले ही महाजीत दर्ज की हो बिहार में इन पार्टियों के बीच जिच अभी भी बरकरार है। झारखंड में तो जेएमएम नेता हेमंत सोरेन के नेतृत्व में कांग्रेस और आरजेडी साथ मिल कर चुनाव लड़ने को तो तैयार हो गयी लेकिन बिहार में अभी यही कांग्रेस तेजस्वी के नेतृत्व पर मुहर लगाने को तैयार नहीं है।
बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ मदन मोहन झा ने साफ तौर पर कह दिया है कि बिहार में महागठबंधन के सभी दल मिल बैठ कर नेता तय करेंगे। उन्होनें तेजस्वी यादव ने नाम कर कहा कि वे आरजेडी के सीएम पद के दावेदार जरूर है लेकिन महागठबंधन में अभी नाम पर सहमति बननी बाकी है। उन्होनें कहा कि कांग्रेस का कोई भी फैसला आलाकमान की तरफ से तय किया जाता है तो इस संबंध में आखिरी निर्णय भी उन्हें ही लेना है। साथ ही उन्होनें कहा कि सेनापति का नाम तो चुनाव के वक्त ही तय होगा अभी कोई जल्दी नहीं है।
बता दें कि लोकसभा चुनाव में महागठबंधन की करारी हार के बाद तेजस्वी कई महीनों तक बिहार के राजनीतिक परिदृश्य से लगभग ओझल हो गए थे। उसके बाद से लगातार महागठबंधन के नेतृत्व लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं। तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन के सभी घटक दल एक साथ दिख जरूर रहे हैं लेकिन तेजस्वी के नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए विधानसभा चुनाव के लिए उनके नाम को लगातार खारिज कर रहे हैं ।