RANCHI: बिहार में अपनी यात्रा को रद्द कर झारखंड पहुंचे तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी के साथ हेमंत सोरेन और कांग्रेस ने बड़ा खेला कर दिया. शुक्रवार से रांची में बैठे तेजस्वी यादव से हेमंत सोरेन ने मुलाकात तो की लेकिन सीट शेयरिंग पर कोई बात नहीं की. आरजेडी से बगैर कोई बात किये हेमंत सोरेन ने झारखंड विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग का ऐलान कर दिया. नाराज आरजेडी कह रही है कि उसके पास अकेले बीजेपी को हराने की क्षमता है.
जेएमएम-कांग्रेस ने कर दिया खेल
झारखंड में इंडिया गठबंधन के बीच सीट शेयरिंग का एलान करने के लिए आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खुद प्रेस कांफ्रेंस की. मीडिया से उन्होंने कहा- राज्य की 81 विधानसभा सीटों में से 70 सीटों का बंटवारा कांग्रेस और झामुमो के बीच होगा, वहीं बाकी बची 11 सीटें अन्य सहयोगी दलों के लिए छोड़ी जाएंगी. उन्होंने बताया, 'JMM, कांग्रेस और राजद के साथ ही इस गठबंधन में एक नया सहयोगी भी शामिल हो रहा है। लेफ्ट पार्टी भी अब इस गठबंधन का हिस्सा होगी। राज्य की 70 सीटों पर INDIA गठबंधन के JMM और कांग्रेस के प्रत्याशी होंगे और जो बची हुई 11 विधानसभा सीटें हैं, उनमें से कौन किस पर चुनाव लड़ेगा, इस बारे में गठबंधन सहयोगियों राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और वामपंथी दलों के साथ आगे बातचीत होगी.
तेजस्वी और आऱजेडी से कोई बात नहीं
हेमंत सोरेन की मुलाकात के बाद आरजेडी के सांसद मनोज कुमार झा मीडिया के सामने आये. मनोज झा ने सीट बंटवारे पर हैरानी जताते हुए कहा-कल से हमारे नेता तेजस्वी प्रसाद यादव रांची में मौजूद हैं. हमारी पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी रांची में हैं. हमारे प्रदेश प्रभारी से लेकर प्रदेश अध्यक्ष रांची में ही हैं. आरजेडी के सारे प्रमुख नेताओं के रांची में मौजूद रहने के बावजूद गठबंधन या सीट शेयरिंग को लेकर हमसे कोई चर्चा नहीं की गयी. सिर्फ दो पार्टियों ने मिलकर गठबंधन का स्वरूप तय कर लिया. हमें इस पर एतराज है.
मनोज झा ने कहा कि झारखंड में हमारी स्थिति इंडिया गठबंधन के किसी और दल से ज्यादा मजबूत है. राजनीतिक ताकत औऱ जनाधार आऱजेडी के पास है. आज सुबह से हमने अपनी पार्टी के नेताओं के साथ बैठक की है. उससे ये नतीजा निकल कर सामने आया है कि हमारी स्थिति काफी बेहतर है. झारखंड की 15 से 18 सीटें ऐसी हैं, जहां हम अपने दम पर बीजेपी को हरा सकते हैं.
वैसे झारखंड के पिछले विधानसभा चुनाव में झारखंड में जेएमएम, कांग्रेस के साथ आरजेडी का गठबंधन हुआ था. उसमें आरजेडी के हिस्से 7 सीटें आयी थीं. इन सात सीटों में आरजेडी ने सिर्फ एक पर जीत हासिल की थी. लेकिन मनोज कुमार झा ने आज कहा कि उस चुनाव में लालू प्रसाद यादव ने बड़ा दिल दिखाया था और सात सीटें स्वीकार कर ली थीं. लेकिन अब परिस्थितियां बदल गयी हैं. आरजेडी के पास बड़ा जनाधार है और गठबंधन में सीट शेयरिंग पर फिर से विचार करना चाहिये.
वैसे हेमंत सोरेन और तेजस्वी यादव की शुक्रवार की शाम मुलाकात हुई थी. आरजेडी के एक नेता ने बताया कि उस मुलाकात में सिर्फ औपचारिक बात हुई थी. सीट शेयरिंग पर हेमंत सोरेन ने कोई चर्चा तक नहीं की.
शनिवार को हेमंत सोरेन ने सीट शेयरिंग का ऐलान करने के लिए जो प्रेस कांफ्रेंस की, उसमें भी आऱजेडी को किनारे कर दिये जाने की बात साफ दिखी. हेमंत सोरेन कांग्रेस के झारखंड प्रभारी गुलाम मीर के साथ मीडिया के सामने आये और सीट बंटवारे का ऐलान कर दिया. वहां आऱजेडी का कोई नेता मौजूद नहीं था. रांची में आज कांग्रेस के नेता राहुल गांधी का कार्यक्रम भी था. हेमंत सोरेन राहुल गांधी के आवभगत में लगे रहे. वे राहुल गांधी का स्वागत करने उनके होटल पहुंचे. उसके बाद राहुल गांधी के साथ ही उस कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे, जिसे राहुल को संबोधित करना था. राहुल गांधी के दौरे में भी तेजस्वी कहीं नजर नहीं आये.