झारखंड: 23 साल में मिले 11 CM अब 12वें होंगे चंपई सोरेन, सिर्फ रघुबर दास ही रच सके इतिहास

झारखंड: 23 साल में मिले 11 CM अब 12वें होंगे चंपई सोरेन, सिर्फ रघुबर दास ही रच सके इतिहास

RANCHI : झारखंड का इतिहास काफी  पुराना नहीं है। मूल्य रूप से यहएक आदिवासी बहुल राज्य है। यहां  राज्य की सत्ता पर ज्यादातर आदिवासी नेताओं का ही कब्जा रहा, लेकिन अब तक एक भी आदिवासी नेता लगातार 5 साल तक सीएम की कुर्सी पर नहीं रह सका। इतना ही नहीं 23 सालों में 3 बार सूबे में राष्ट्रपति शासन भी लगाया जा चुका है। ऐसे में अब हेमंत सोरेन की भी गिरफ़्तारी हो चुकी है और राज्य के 12वें सीएम के रूप में हेमंत सोरेन के शपथ लेने की बातें कही जा रही है। 


दरअसल, झारखंड के जमीन घोटाला मामले में फंसे हेमंत सोरेन ने बुधवार शाम मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोरेन को गिरफ्तार कर लिया है, जिसके बाद अब झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के नेता चंपई सोरेन झारखंड के अगले मुख्यमंत्री होंगे। चंपई ने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है। हालांकि राजभवन ने अभी शपथ ग्रहण का वक्त तय नहीं किया है। हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के साथ ही झारखंड में बहुमत से सरकार बनने के बावजूद अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सके और 4 साल बाद उन्हें भी इस्तीफा देना पड़ गया। 


मालूम हो कि, बिहार से अलग होकर झारखंड को बने हुए 23 साल हो गए हैं।  इन 23 सालों के सियासी इतिहास में कुल 11 मुख्यमंत्री बने हैं। 12वें सीएम के रूप में चंपई सोरेन की ताजपोशी होने जा रही है। अबतक झारखंड के इतिहास में बीजेपी नेता रघुबर दास ही एकलौते मुख्यमंत्री रहे हैं, जिन्होंने पांच साल का कार्यकाल पूरा किया। जबकि, इससे पहले राज्य में बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा, शिबू सोरेन, मधू कोड़ा और हेमंत सोरेन सीएम बन चुके हैं, लेकिन कोई भी मुख्यमंत्री अपने पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर सका। 


आपको बताते चलें कि, झारखंड में अब तक 6 नेताओं को मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला, जिन्होंने 11 बार सत्ता संभाली. इसमें सबसे ज्यादा बीजेपी नेता अर्जुन मुंडा और जेएमएम के प्रमुख शिबू सोरेन को मौका मिला और वह 3-3 बार झारखंड के मुख्यमंत्री बने। अब चंपई सोरेन अगर सीएम बनते हैं तो फिर 7वें नेता होंगे।