JDU से उपेंद्र कुशवाहा ने बना ली दूरी, पार्टी के बैठक में नहीं हुए शामिल, अब इस बात की हो रही चर्चा

JDU से उपेंद्र कुशवाहा ने बना ली दूरी, पार्टी के बैठक में नहीं हुए शामिल, अब इस बात की हो रही चर्चा

PATNA : बिहार में सत्तारूढ़ दल जेडीयू के अंदर अब फूट दिखने लगा है। पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा अब दल के अंदरूनी बैठकों से भी दूरी बनाने लगे हैं। हालांकि, अभी भी वो यह बातें जरूर दोहरा रहे हैं कि अगर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनको बुलाते हैं तो यह उनसे बात करने जरूर जाएंगे और पार्टी को मजबूती देने का काम करेंगे। लेकिन, अब आज पार्टी के बैठक में जो नजारा देखने को मिला है उसके बाद कयासों का बाजार गर्म हो गया है कि वो धीरे- धीरे कर खुद को जेडीयू से दूर कर रहे हैं। 


दरअसल, आज राजधानी पटना के जेडीयू प्रदेश ऑफिस में पार्टी के तरफ से एससी -एसटी प्रकोष्ट की बैठक बुलाई गयी थी। इसमें पार्टी के सभी बड़े नेता मौजूद रहे, लेकिन इस बैठक में उपेंद्र कुशवाहा कहीं भी नजर नहीं आ रहे हैं। जिसके बाद अब जो चर्चा निकल कर सामने आ रही है उसके मुताबिक कहा यह जा रहा है कि, उपेंद्र कुशवाहा अब पार्टी के काफी नाराज हो गए हैं और अब वो नीतीश कुमार या ललन सिंह से बातचीत करने या उनका आदेश आने पर ही कोई बैठक में भाग लेंगे। हालांकि, कुछ लोगों का यह भी कहना है कि, उपेंद्र कुशवाहा संसदीय बोर्ड के के अध्यक्ष है और यह बैठक प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में चल रही है, इस लिहाजा वो इसमें शामिल नहीं हुए हैं। 


मालूम हो कि, जिस तरह से जेडीयू के अंदर पिछले कुछ दिनों से उपेंद्र कुशवाहा और नीतीश कुमार के बीच जुबानी जंग चल रही है।  उसको लेकर यह कहा जा रहा है कि. कुशवाहा अब दूसरे के साथ अपना गठबंधन कर रहे हैं इसलिए इस तरह की बात कर रहे हैं।  लेकिन, जब इसको लेकर कुशवाहा से सवाल किया जाता है तो वह दो टूक जवाब यह देते हैं कि, वो फिलहाल जेडीयू को मजबूत करने के बारे में सोच रहे हैं, जेडीयू काफी कमजोर हो रही है। इसके साथ ही वो अपने पद को लेकर नाराजगी जाहिर करते हैं। हालांकि, वो आरसीपी सिंह के साथ जाने का संकेत जरूर दे चुके हैं। ऐसे में अब बैठक से दूरी बनाना इस बात का संकेत बताया जा रहा है कि, वो अब खुद को जेडीयू से दूर करने लगे हैं। 


आपको बताते चलें कि, जेडीयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा कई दफे यह कह चुके हैं कि, पार्टी कमजोर हुई है और अब खुद नीतीश कुमार अपने मन से कोई भी निर्णय नहीं ले पा रहे हैं।  उनके ऊपर कुछ दो चार लोगों का कब्ज़ा हो गया है, उन्हीं के इशारों पर सीएम काम कर रहे हैं।  इसके साथ ही वो कह रहे है सीएम हमसे बात करें यह कार्यकारणी बैठक बुलाए और बताएं की उनकी राजद के साथ क्या डील हुई है।