PATNA: क्या जेडीयू ने अपने संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को पार्टी से निकाल दिया है. जेडीयू के संगठन में नंबर दो के पद पर बैठे उपेंद्र कुशवाहा को पार्टी से निकालने का कोई पत्र तो जारी नहीं हुआ है लेकिन जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष ने अलग ही एलान किया है. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि उपेंद्र कुशवाहा अब पार्टी में नहीं हैं।
एक समाचार चैनल से बात करते हुए जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने अपनी पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष के बारे में बड़ा एलान कर दिया. उमेश कुशवाहा ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा अब विपक्ष में हैं औऱ विपक्षियों जैसा ही व्यवहार कर रहे हैं. वह अब पार्टी में नहीं है. उमेश कुशवाहा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि जो पार्टी में है उसके बयान पर क्या नोटिस लिया जाये. जो विरोधी हैं और विपक्ष में हैं वह तो नीतीश कुमार या जेडीयू के खिलाफ बोलेंगे ही।
वैसे एक दिन पहले ही जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा था कि उपेंद्र कुशवाहा को पार्टी से इस्तीफा दे देना चाहिये. लेकिन आज उन्होंने एलान कर दिया कि उपेंद्र कुशवाहा पार्टी में है ही नहीं. हालांकि जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष को अपनी पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई करने या बोलने का अधिकार नहीं है. उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ कार्रवाई का अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को ही है।
लेकिन जेडीयू का हर आदमी ये जानता है कि प्रदेश अध्यक्ष सिर्फ उतना ही बोलते हैं जितना उपर से निर्देश दिया जाता है. ऐसे में अगर उन्होंने आज ये एलान कर दिया कि उपेंद्र कुशवाहा अब पार्टी में नहीं है तो क्या ये मान लिया जाना चाहिये कि ऐसा होने जा रहा है. उपेंद्र कुशवाहा को जल्द ही पार्टी से निकाला जा सकता है. हालांकि नीतीश कुमार ये कहते रहे हैं कि उपेंद्र कुशवाहा अपनी मर्जी से जो मन में आये वह करे. नीतीश ने उनके खिलाफ पार्टी की ओर से कार्रवाई का कोई संकेत नहीं दिया है।