JDU सांसद के विवादित बोल पर नीतीश के मंत्री ने दी सफाई, कहा ... किसी को नहीं है धर्म के खिलाफ बोलने का अधिकार

JDU सांसद के विवादित बोल पर नीतीश के मंत्री ने दी सफाई, कहा ... किसी को नहीं है धर्म के खिलाफ बोलने का अधिकार

PATNA : देश भर में भगवान राम के नाम पर सियासत हो रही है। जहां भाजपा इसके जरिए अपने कोर वोट बैंक को साथ लाने में जुटी हुई है तो वहीं विपक्ष के नेता इसको लेकर तरह -तरह के विवादित बयान दे रहें और बाद खुद को नुकसान होता देख अपने बयानों से मुकर भी जा रहे हैं। इसका एक ताजा नमूना तेजस्वी यादव और एनसीसी नेता के तरफ से दिए गए बयान के बाद उससे पलट जाना भी है। इतना ही नहीं कहीं -कहीं तो यह देखने को भी मिल रहा है की पार्टी के एक नेता विवादित बयान दे रहे हैं तो दूसरे नेता उन्हें सलाह दे रहे हैं ऐसा करना उचित नहीं है और हमें सबके लिए सबके साथ मिलकर काम करना चाहिए। 


दरअसल, अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। देशभर की हस्तियों को न्यौते दिए जा रहे हैं। ऐसे में जदयू सांसद कौशलेंद्र कुमार के विवादित बयान पर नीतीश सरकार के मंत्री मदन सहनी की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होने कहा कि देवी-देवताओं के खिलाफ बोलना किसी दृष्टि से उचित नहीं है। भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है। अगर हम दूसरे धर्म का सम्मान करते हैं। तो हम अपने धर्म का अनादर कैसे कर सकते हैं। 


समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी कहा कि देवी-देवताओं को लेकर हमारी आस्था है। हम पूरे देशभर के मंदिरों में जाते हैं। अपनी श्रद्धा और भक्ति प्रकट करते हैं। देश में हर जगह मंदिर है, चौक-चौराहों पर मंदिर हैं। ये हमारी आस्था से जुड़े हैं। ऐसे में इनके खिलाफ बोलने की अधिकार किसी को नहीं है। अगर आप दूसरे धर्म का सम्मान करते हैं, तो अपने ही धर्म का अनादर कैसे कर सकते हैं। देवी-देवताओं के खिलाफ बोलना किसी भी दृष्टि से ठीक नहीं है।


मालूम हो कि, जदयू सांसद कौशलेंद्र कुमार ने रामलला प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए भेजे जा रहे निमंत्रण पर सवाल उठाते हुए कहा था कि क्या किसी के बेटे का ब्याह है जो निमंत्रण दिया जा रहा है। निमंत्रण की क्या जरुरत है। न्यौता नहीं देंगे तो क्या हम अयोध्या नहीं जाएंगे। अयोध्या जाइए, न्यौता की क्या जरुरत है। वो न्यौता दे क्यों रहे हैं, किसी के पिताजी का श्राद्ध है क्या। या फिर किसी के यहां औरत-बेटा का ब्याह है। जो न्यौता भेजा जा रहा है। बेफकूब आदमी है। जो न्यौता दे रहा है।उन्होने कहा कि अयोध्या सबका है। अगर वो अयोध्या को कब्जे में लेना चाह रहे। तो उनका थोड़े ही हो जाएगा। कौशलेंद्र कुमार के इस बयान पर साधु-संतों में भी आक्रोश है। जिसके बआद अब उन्ही की पार्टी के नेता और नीतीश सरकार में मंत्री मदन सहनी ने नसीहत देते हुए ऐसे बयानों की निंदा की है।