ब्रेकिंग न्यूज़

टुनटुन साह और पूर्व मेयर सीमा साह VIP में शामिल, मुकेश सहनी बोले- अति पिछड़ों को मिलेगा हक Bihar Politics: 'सीमांचल में साम्प्रदायिक राजनीति की कोशिश में RJD-कांग्रेस’ मंत्री संतोष सुमन का बड़ा हमला Bihar Politics: 'सीमांचल में साम्प्रदायिक राजनीति की कोशिश में RJD-कांग्रेस’ मंत्री संतोष सुमन का बड़ा हमला सासाराम में इलेक्ट्रिक स्कूटी की बैटरी में ब्लास्ट, कर्मचारियों की तत्परता से शो रूम में टला बड़ा हादसा Patna Crime News: रईसजादों के निशाने पर पटना पुलिस, थार के बाद अब क्रेटा से पुलिसकर्मियों को कुचलने की कोशिश Patna Crime News: रईसजादों के निशाने पर पटना पुलिस, थार के बाद अब क्रेटा से पुलिसकर्मियों को कुचलने की कोशिश नवादा में शराब से भरी इनोवा जब्त, दो होमगार्ड गिरफ्तार, शराब तस्करी में संलिप्तता उजागर Bihar Ias Transfer: नीतीश सरकार ने कई वरिष्ठ IAS अफसरों का किया ट्रांसफर, दिया अतिरिक्त प्रभार, जानें.... Bihar Crime News: मोकामा गोलीकांड के आरोपी गैंगस्टर सोनू को हाई कोर्ट से मिली बेल, अनंत सिंह और उनके समर्थकों पर की थी कई राउंड फायरिंग Bihar Crime News: मोकामा गोलीकांड के आरोपी गैंगस्टर सोनू को हाई कोर्ट से मिली बेल, अनंत सिंह और उनके समर्थकों पर की थी कई राउंड फायरिंग

जेडीयू ऑफिस के बाहर लाठीचार्ज, स्वच्छताग्रहियों को पीटा गया, हिरासत में कई लोग

1st Bihar Published by: Ranjan Singh Updated Thu, 24 Sep 2020 02:49:03 PM IST

जेडीयू ऑफिस के बाहर लाठीचार्ज, स्वच्छताग्रहियों को पीटा गया, हिरासत में कई लोग

- फ़ोटो

PATNA : राजधानी पटना में आज जदयू कार्यालय के बाहर स्वच्छताग्रहियों का प्रदर्शन जारी था लेकिन इसी बीच प्रदर्शनकारी महिलाएं जब बहुत उग्र हो गई तो मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने बल प्रयोग किया. प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज की गई है और कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है. 


आपको बता दें कि आज जेडीयू दफ्तर के अंदर सीएम नीतीश कुमार बैठक कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ जेडीयू कार्यालय के बाहर स्वच्छताग्राहियों ने जमकर बवाल काटा था. दरअसल, महिलाओं ने नीतीश कुमार पर आरोप लगाये हैं कि नीतीश सरकार महिला, गरीब और किसान विरोधी है. उन्होंने कहा कि वो लोग दिन-रात मेहनत कर काम करती हैं लेकिन अबतक सरकार ने उनके वेतन का भुगतान नहीं किया है. 


महिलाओं की मांग है कि सरकार उनके पैसे का भुगतान करने के साथ-साथ उन्हें सरकारी कर्मचारी का भी दर्जा दे. तभी उनका आंदोलन बंद होगा नहीं तो उनका आंदोलन और उग्र होता जाएगा. और जब आंदोलन वाकई में उग्र हो गया तो पुलिस अधिकारियों ने कड़ी कार्रवाई करते हुए कई महिलाओं को हिरासत में ले लिए जिससे जेडीयू दफ्तर के बाहर की स्थिति फिलहाल तनावपूर्ण बनी हुई है.