JDU ने NDA में कोर्डिनेशन कमिटी बनाने की बताई जरूरत, त्यागी बोले.. गठबंधन में तालमेल बढ़ेगा और बेफजूल बयानबाजी रुकेगी

JDU ने NDA में कोर्डिनेशन कमिटी बनाने की बताई जरूरत, त्यागी बोले.. गठबंधन में तालमेल बढ़ेगा और बेफजूल बयानबाजी रुकेगी

PATNA : जातीय जनगणना को राष्ट्रीय मुद्दा बनाकर नीतीश कुमार की लीडरशिप को आगे बढ़ाने के रास्ते पर जनता दल यूनाइटेड तैयार खड़ा है. जेडीयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में इन तमाम मुद्दों पर चर्चा होगी. लेकिन बैठक शुरू होने के पहले जेडीयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने एनडीए में कोआर्डिनेशन कमेटी को लेकर बड़ा बयान दे दिया है. केसी त्यागी ने कहा है कि अटल और आडवाणी के दौर में जिस तरह कोआर्डिनेशन कमेटी हुआ करती थी. उस तरह की कोआर्डिनेशन कमेटी एनडीए में बनाए जाने की जरूरत है. त्यागी ने कहा कि उनकी पार्टी को खुशी होगी. अगर बीजेपी इस पर पहल करें. इतना ही नहीं केसी त्यागी ने यह भी कहा है कि कोआर्डिनेशन कमेटी बनने से गठबंधन में शामिल दलों के बीच तालमेल बेहतर होगा और बेफिजूल की बयान बाजी भी रुकेगी.


उधर जेडीयू की राष्ट्रीय परिषद में आज जातीय जनगणना के मसले पर आगामी रणनीति का ब्लूप्रिंट पेश किया जाएगा. पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नीतीश कुमार आने वाले वक्त में राष्ट्रीय स्तर पर जातीय जनगणना से जुड़े कार्यक्रमों में शिरकत कर सकते हैं. पार्टी इसके लिए रणनीति बनाकर आगे बढ़ने की तैयारी में है.


केसी त्यागी ने कहा है कि जातीय जनगणना अब राष्ट्रीय मुद्दा बन चुका है. केसी त्यागी का यह बयान बताता है कि जेडीयू आगे इस मसले पर किस तरह की राजनीति करना चाहती है. इतना ही नहीं जनसंख्या नियंत्रण कानून पर बीजेपी से उलट जेडीयू की राय अलग है. जेडीयू ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए बिहार मॉडल को अपनाया जाए.


त्यागी ने कहा कि बिहार में ना तो जबरन और ना ही प्रलोभन से जनसंख्या नियंत्रण किया गया है. ऐसे में इस मॉडल को देश अपना सकता है. आपको बता दें कि बीजेपी जनसंख्या नियंत्रण के लिए एक कानून लाए जाने की पक्षधर है. बैठक में शामिल होने के लिए जाने से पहले त्यागी ने यह भी कहा कि यूपी और मणिपुर चुनाव को लेकर हम तैयारी पर चर्चा करेंगे. आगामी पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव को देखते हुए जनता दल यूनाइटेड अपनी रणनीति तय करेगा कि पार्टी को राष्ट्रीय दल का दर्जा किस तरह हासिल हो. इसके लिए हम निरंतर आगे दूसरे राज्यों में अपना जनाधार बढ़ाना चाहते हैं.


अगर जातीय जनगणना के मसले पर नीतीश कुमार वाकई राष्ट्रीय स्तर पर कोई पहल करने जा रहे हैं. तो इसका मतलब यह होगा कि बीजेपी के सामने अब जेडीयू ने काउंटर पॉलिटिक्स से करने का फैसला कर लिया है. बैठक के बाद शाम 5 बजे प्रेस वार्ता में फैसलों की जानकारी दी जाएगी.