JDU नहीं RJD के नेता हैं ललन सिंह, बोले उपेंद्र कुशवाहा .... CM नीतीश कुमार क्यों नहीं बोलते कि लालू ने नहीं किया चारा घोटाला

JDU नहीं RJD के नेता हैं ललन सिंह, बोले उपेंद्र कुशवाहा .... CM नीतीश कुमार क्यों नहीं बोलते कि लालू ने नहीं किया चारा घोटाला

JAMUI : ललन सिंह कागज पर तो जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं लेकिन व्यवहार से वह राजद के नेता है। रजत के नेता हैं तो रजत के नेता होने का गुण धीरे-धीरे उनके अंदर आ रहा है। इसलिए सिर्फ बकवास करते हैं बाकी कुछ तो करना नहीं है उनको। यह बातें राष्ट्रीय लोक जनता दल के नेता और राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कही है।


दरअसल, उपेंद्र कुशवाहा कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेने जमुई पहुंचे इस मौके पर उन्होंने महागठबंधन पर जमकर हमला बोला। कुशवाहा ने कहा कि- बिहार में एनडीए 40 में 40 सीट जीतेगा और नरेंद्र मोदी एक बार फिर से भारत के प्रधानमंत्री बनेंगे। उपेन्द्र कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह पर हमला बोलते हुए कहा कि - ललन सिंह जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सिर्फ कागज पर हैं, सही मायने ने वो आरजेडी के नेता हैं।  धीरे-धीरे आरजेडी का नेता होने का गुण ललन सिंह में आ रहा है, इसलिए ललन सिंह सिर्फ बकबास करते हैं बाकी कुछ नहीं।


वहीं, सीबीआई के तरफ से लालू की जमानत को लेकर दायर याचिका को लेकर कुशवाहा ने कहा कि- नीतीश कुमार को यह भी याद करना चाहिए कि लालू जी की परेशानी कब से शुरु हुई है। लालू जी पर केस-मुकदमा प्रारंभ हुआ था,उस वक्त कौन लोग कोर्ट गए थे। यह नीतीश जी को याद करना चाहिए।उन्होंने कहा कि जो लोग आज आरजेडी के आगे-पीछे घूम रहे हैं,यही लोग कोर्ट में गए थे। ललन सिंह, शिवानंद तिवारी जैसे लोगों के कारण ही आज मामला यहां तक पहुंचा है। कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सीधे तौर पर क्यों नहीं बोल देते कि लालू जी ने चारा घोटाला नहीं किया। 


कुशवाहा ने  कहा कि अगर नीतीश कुमार को लगता है कि केन्द्रीय एजेंसी लालू जी को तंग कर रहा है,तो नीतीश कुमार क्यों नहीं बोल देते कि लालू जी ने चारा घोटाला नहीं किया और वो इतने दिनों से गलतबयानी कर रहे थे ।उन्होंने कहा कि 2024 लोकसभा के चुनाव में कोई वर्सेज नहीं है। 2024 के लोकसभा चुनाव में एकतरफा मामला है और देश की जनता एकतऱफा एनडीए के पक्ष के वोट करेगी। 


इधर  कुशवाहा ने जीतनराम मांझी के शराबबंदी कानून वाले बयान के विरोध में बोलते हुए कहा कि शराबबंदी बहुत आवश्यक है, शराबबंदी होनी चाहिए लेकिन सिर्फ कानून बनाने से काम नहीं चलेगा। शराबबंदी कानून का इस्तेमाल बिहार सरकार के अधिकारी और पुलिस के अधिकारी अपनी जेब भरने में कर रहे हैं और गरीब जनता को परेशान कर रहे हैं। बिहार में शराबबंदी कानून पूरी तरह से फेल है।