JDU में शामिल हुए पूर्व सांसद अशफाक करीम, लोकसभा चुनाव से पहले लालू-तेजस्वी का छोड़ा साथ ; सीमांचल में बढ़ेगी आरजेडी की मुश्किलें

JDU में शामिल हुए पूर्व सांसद अशफाक करीम, लोकसभा चुनाव से पहले लालू-तेजस्वी का छोड़ा साथ ; सीमांचल में बढ़ेगी आरजेडी की मुश्किलें

PATNA : लोकसभा चुनाव से ठीक पहले लालू-तेजस्वी का साथ छोड़ने वाले आरजेडी के पूर्व राज्यसभा सांसद अशफाक करीम जेडीयू में शामिल हो गए हैं। जेडीयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित मिलन समारोह में उन्होंने जेडीयू की सदस्यता ग्रहण की। प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने उन्हें जेडीयू की सदस्यता दिलाई। सीमांचल में इसे आरजेडी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।


दरअसल, लोकसभा चुनाव को लेकर चल रही सियासी गहमागहमी के बीच आरजेडी को उस वक्त बड़ा झटका लगा, जब सीमांचल के इलाके में मुस्लिम वोटरों के बीच बड़ी पैठ रखने वाले पार्टी के पूर्व सांसद अशफाक करीम ने राजद से अपने इस्तीफे की घोषणा कर दी। अशफाक करीम ने लोकसभा चुनाव में टिकट बंटवारे में मुसलमानों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद को अपना इस्तीफा भेज दिया था।


अपने इस्तीफे में पूर्व आरजेडी सांसद ने लिखा है कि वे सामाजिक न्याय को ताकत देने के लिए आरजेडी से जुड़े थे। जाति आधारित गणना कराने के बाद जिसकी जितनी संख्या भारी उसकी उतनी हिस्सेदारी की बात कही जा रही थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ और मुसलमानों की हकमारी की गई। आरजेडी से इस्तीफा देने के बाद शनिवार को अशफाक करीम जेडीयू में शामिल हो गए। लोकसभा चुनाव से पहले अशफाक करीम के इस्तीफे को सीमांचल में आरजेडी और महागठबंधन के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। 


जेडीयू में शामिल होने के बाद अशफाक करीम ने कहा कि जातीय जनगणना में कहा गया कि जिसकी जितनी भागीदारी उसे उतनी हिस्सेदारी मिलेगी। उसके बावजूद राष्ट्रीय जनता दल ने 26 सीट में से सिर्फ दो सीट मुस्लिम समाज के लोगों को दिया। राज्य में मुसलमानों की 18 फीसदी आबादी है और उसका 90 फीसद वोट मिलता है। यह हकमारी है और इसे किसी को बर्दाश्त नही करना चाहिए।


उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार भाजपा के साथ हैं, लेकिन भाजपा के साथ रहते हुए भी जिस तरह से उन्होंने अकलियत को आगे बढाने का काम किया है, उससे युवा काफी खुश हैं। जो 90 फीसदी वोट मुसलमान उधर देते थे अब वह वोट जदयू को मिलेगा। बिजली और सड़क के क्षेत्र में यहां बहुत काम हुआ है। नीतीश कुमार के नेतृत्व में बहुत अच्छा काम हुआ है। इसलिए उनको धन्यवाद देता हूं। मेरी जो इच्छा थी वह पूरी हो चुकी है। अब जो भी मिला है और मिलेगा वह बोनस है। मेरी ज्यादा कुछ इच्छा भी नहीं है।