PATNA: ललन सिंह के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जेडीयू की कमान अपने हाथ में ले ली है। कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार को इस बात की जानकारी मिल गई थी कि ललन सिंह लालू के साथ मिलकर जेडीयू को तोड़ने की कोशिश कर रहे थे लेकिन इससे पहले ही नीतीश कुमार ने ललन सिंह को अध्यक्ष पद छोड़ने पर मजबूर कर दिया। जदयू में मचे घमासान पर विरोधी खेमा बाज की नजर जमाए हुए है।
पटना पहुंचे सुशील मोदी ने जेडीयू में मचे घमासान पर कहा है कि बीजेपी ने तो पहले ही भविष्यवाणी कर दी थी कि ललन सिंह अध्यक्ष पद से हटाए जाएंगे। ललन सिंह ने जेडीयू के 12-13 विधायकों को तोड़ दिया था और लालू के साथ मिलकर तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने की पूरी तैयारी कर ली थी लेकिन समय रहते नीतीश कुमार ने उनके मनसूबों पर पानी फेर दिया और समय रहते ललन सिंह को अध्यक्ष पद से हटा दिया। ललन सिंह का अध्यक्ष पद से हटना खेल की शुरुआत है, अभी बहुत कुछ होना बाकी है।
सुशील मोदी ने कहा कि जेडीयू में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। नीतीश कुमार कोई पहली बार तो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बने हैं, इससे पहले भी उनके पास सारे अधिकार थे। नीतीश कुमार इस गलतफहमी में हैं कि इंडी गठबंधन उन्हें संयोजक और प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बना देगा। इसका कोई असर बीजेपी पर नहीं पड़ने वाला है। नीतीश कुमार के पास को अति पिछड़ा वोट था वह खिसक कर बीजेपी के पास आ चुका है। बीजेपी में नीतीश कुमार के लिए सभी दरवाजे बंद हो चुके हैं। लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी का चेहरा आगे रखकर बीजेपी चुनाव लड़ रही है। बिहार में बीजेपी सभी 40 सीटों पर जीत हासिल करेगी।