PATNA: बागी तेवर दिखा रहे उपेंद्र कुशवाहा को नीतीश कुमार और उनकी पार्टी के अध्यक्ष ललन सिंह बड़े हल्के में ले रहे हैं लेकिन जेडीयू में घमासान गहराता जा रहा है. पार्टी के विधान पार्षद रामेश्वर महतो ने बड़ा खुलासा किया है. उपेंद्र कुशवाहा के जेडीयू में शामिल होने के पहले से ही पार्टी के कुछ नेता उनके खिलाफ लगातार साजिशें रच रहे थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब भी उपेंद्र कुशवाहा से बात कर मामले को सुलझायें वर्ना लव-कुश समीकरण टूटेगा. एमएलसी रामेश्वर महतो ने उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ बोलने वाले मंत्री अशोक चौधरी को भी हवा में नहीं उड़ने की नसीहत दी है.
रामेश्वर महतो का खुलासा
जेडीयू एमएलसी रामेश्वर महतो ने कहा कि जब 2021 की शुरूआत में उपेंद्र कुशवाहा के पार्टी में आने की बात हो ही रही थी तो उनके खिलाफ पार्टी के कुछ नेताओं ने बैठक की. लेकिन नीतीश कुमार उन्हें जेडीयू में लेकर आये. इसके बाद भी उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ लगातार बैठकें होती रहीं. एमएलसी रामेश्वर महतो ने कहा कि कई बैठकों में तो मुझे भी बुलाया गया लेकिन मैं नहीं गया.
प्रदेश अध्यक्ष भी साजिश में शामिल
रामेश्वर महतो ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ जो बैठकें हो रही थी उसमें जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष शामिल होते थे. पार्टी के संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष संगठन में नंबर दो की हैसियत वाले नेता होते हैं. लेकिन उनके खिलाफ प्रदेश अध्यक्ष और राज्य सरकार में शामिल एक मंत्री साजिश रच रहे थे. उन्हीं साजिशों का नतीजा है कि बात इतनी बिगड़ रही है.
लव-कुश समीकरण टूटेगा
रामेश्वर महतो ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सलाह दी है कि वे अभी भी उपेंद्र कुशवाहा से बात कर मामले को सुलझा लें वर्ना पार्टी के लव-कुश समीकरण को गंभीर खतरा है. उपेंद्र कुशवाहा का समता पार्टी से लेकर जेडीयू को मजबूत करने में बड़ा योगदान रहा है. इसलिए नीतीश कुमार को खुद पहल कर उऩसे बात करनी चाहिये. रामेश्वर महतो ने कहा है कि अगर मामला नहीं सुलझा तो पार्टी के कई नेता दल छोड़ सकते हैं.
बता दें कि इससे पहले रामेश्वर महतो ने उपेंद्र कुशवाहा को जेडीयू में किरायेदार बताने वाले मंत्री अशोक चौधरी पर तीखा हमला बोला था. रामेश्वर महतो ने कहा था-कॉरपोरेट कल्चर के मंत्री अशोक चौधरी जी, हवा में मत उड़िए. आपके कारण मेरा सिर शर्म से झुक जाता है. रामेश्वर महतो ने कहा था कि मंत्री श्री अशोक चौधरी गरीबों की पार्टी जनता दल यूनाइटेड में कॉरपोरेट कल्चर के कैदी हैं. उनके जैसों के लिए जेडीयू के नेता नीतीश कुमार का दरवाजा हमेशा खुला रहता है. लेकिन, अशोक चौधरी का अपना दरवाजा गरीबों, पिछड़ो, अति पिछड़ों, दलितों, शोषितो और वंचितो के लिए हमेशा बंद रहता है.
रामेश्वर महतो ने कहा था- अशोक जी, मुझे बहुत खुशी हुई जब मुझ जैसा पिछड़े समाज के बेटे को मुख्यमंत्री ने सम्मान दिया और एमएलसी बनाया. लेकिन, मेरा सर शर्म से झुक जाता है जब आपके दरवाजे से आपके गेटकीपर के द्वारा दर्जनों बार लौटा दिया जाता है और आपसे मिलने नहीं दिया जाता है. यह कैसा समाजवाद है आपका?? रामेश्वर महतो ने कहा था कि अशोक चौधरी जैसे लोग ही नीतीश कुमार और जेडीयू की छवि खराब कर रहे हैं. नीतीश कुमार को ऐसे लोगों से सावधान रहना चाहिये.