कुशवाहा ने JDU को दिया खुला चैलेंज, 2 फरवरी को मना कर रहेंगे जगदेव बाबू की जयंती

कुशवाहा ने JDU को दिया खुला चैलेंज, 2 फरवरी को मना कर रहेंगे जगदेव बाबू की जयंती

PATNA : बिहार में 2 फरवरी को जगदेव बाबू की जयंती मनाई जानी है। इसको लेकर राजधानी पटना में भी समारोह का आयोजन किया गया है। जिसमें जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को शामिल होना है। लेकिन अब जो इसको लेकर सबसे बड़ी जानकारी निकलकर सामने आ रही है उसके अनुसार कुशवाहा को इस समारोह में शामिल होने के लिए पार्टी की तरफ से मना किया गया है। जिसके बाद अब इसको लेकर कुशवाहा का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने इशारों ही इशारों में कहा है कि हिम्मत है तो मुझे इस समारोह में शामिल होने से रोक कर दिखाइए।


दरअसल, पूरे बिहार में जगदेव बाबू की जयंती मनाई जा रही है। इसको लेकर राजद के तरफ से भी आलोक मेहता लगातार जगह-जगह जाकर क्या कर रहे हैं और लोगों को बुला रहे हैं। इसी कड़ी में राजधानी पटना में भी एक कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें बतौर मुख्य अतिथि उपेंद्र कुशवाहा को आमंत्रित किया गया। लेकिन, जेडीयू के तरफ से कुशवाहा को इस समारोह में शामिल होने से मना किया गया है। जिसके बाद अब इसको लेकर कुशवाहा ने कहा है कि, महात्मा फुले समता परिषद नाम की एक सामाजिक संस्था है जिससे हम जुड़े हुए हैं और किसी के तरफ से मुझे बुलावा आया है। मुझे अपने शामिल होना है और मैं बिल्कुल इस समारोह में शामिल होऊंगा।


कुशवाहा ने कहा कि, पूरा बिहार 2 फरवरी को जगदेव बाबू की जयंती मना रहा है और अब इस कार्यक्रम के लिए यदि यह कहा जा रहा है कि, आप इस कार्यक्रम को मत कीजिए, जगदेव बाबू की जयंती को मत मनाइए क्योंकि आप जो कर रहे हैं वह एक सामाजिक संगठन से जुड़ा हुआ है।


कुशवाहा ने कहा कि, मैं उनसे क्या कहना चाहता हूं कि सामाजिक संगठन से गैर राजनीतिक से महाराणा प्रताप की जयंती मनाई गई आदि में कौन सा भक्ति नहीं है जो हमारी संगठन से जुड़ा हुआ नहीं है , ऐसे में मेरे कार्यक्रम पर ऐसा बोलना उचित नहीं है। यह कहां का न्याय है, यह ठीक नहीं है। मैं बिल्कुल स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि मैं इस कार्यक्रम में शामिल हो रहा हूं ठीक है रोक कर दिखाना है मुझे रोक कर दिखा लें। मैं अपने विचारों से स्वतंत्र हैं और पार्टी को इस पर रोक लगाने का कोई हक नहीं है।