ARRAH : जनता दल यूनाइटेड के पूर्व नेता और शिक्षक प्रकोष्ठ की कमान संभालने वाले कन्हैया सिंह की ने शाहाबाद के इलाके में अपनी मजबूत पकड़ का एहसास सभी को करा दिया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने जब जेडीयू से इस्तीफा दिया तो कन्हैया सिंह ने भी पार्टी छोड़ दी। पेशे से शिक्षक कन्हैया सिंह मजबूती के साथ आरसीपी सिंह के साथ खड़े रहे। हालांकि उन्हें जेडीयू नेतृत्व से कई तरह के ऑफर भी मिले।
पिछले दिनों जब पूर्व जेडीयू अध्यक्ष ने बिहार दौरे की शुरुआत की तो कन्हैया सिंह उन्हें सबसे पहले शाहाबाद के इलाके में ले गए। इस इलाके में आरसीपी सिंह का कार्यक्रम सफल रहा और कन्हैया सिंह ने विरोधियों को दिखा दिया की वाकई वो आरसीपी सिंह के सबसे भरोसेमंद और मजबूत हाथ हैं। जेडीयू नेतृत्व इसे लेकर बेचैन भी दिखा।
पिछले दिनों जब पूर्व जेडीयू अध्यक्ष ने बिहार दौरे की शुरुआत की तो कन्हैया सिंह उन्हें सबसे पहले शाहाबाद के इलाके में ले गए। इस इलाके में आरसीपी सिंह का कार्यक्रम सफल रहा और कन्हैया सिंह ने विरोधियों को दिखा दिया की वाकई वो आरसीपी सिंह के सबसे भरोसेमंद और मजबूत हाथ हैं। जेडीयू नेतृत्व इसे लेकर बेचैन भी दिखा।
अब कन्हैया सिंह के बढ़ते प्रभाव पर ना केवल विरोधियों बल्कि बीजेपी के भी नजर है। जानकार मानते हैं कि कन्हैया सिंह पर बीजेपी नेतृत्व की नजरें लगतार टिकी हुई हैं। कन्हैया सिंह इस वक्त भोजपुर में सक्रिय हैं। सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों के बीच वो युवाओं को स्पोर्ट्स इवेंट के लिए प्रमोट कर रहे हैं। जगदीशपुर के शिवपुर में आयोजित स्पोर्ट्स इवेंट के दौरान वो मौजूद भी रहे।