जेडीयू के 550 नेता बेरोजगार हुए: पार्टी की प्रदेश कमेटी औऱ सलाहकार समिति को भंग किया गया, नये सिरे से होगा गठन

जेडीयू के 550 नेता बेरोजगार हुए: पार्टी की प्रदेश कमेटी औऱ सलाहकार समिति को भंग किया गया, नये सिरे से होगा गठन

PATNA: बिहार जेडीयू के लगभग साढ़े पांच सौ नेता सियासी तौर पर बेरोजगार हो गये हैं. जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने आज अचानक से एक पत्र जारी किया. एक लाइन के इस पत्र में कहा गया है कि पार्टी की बिहार प्रदेश कमेटी और सलाहकार समिति को तत्काल प्रभाव से भंग किया जाता है.


जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष के इस पत्र में इस बात का कोई जिक्र नहीं है कि आखिरकार प्रदेश कमेटी को भंग करने का कारण क्या है. ना ही ये बताया गया है कि प्रदेश कमेटी में जगह नहीं पाने वाले नेताओं को पद का लालीपॉप थमाने के लिए बनायी गयी राजनीतिक सलाहकार समिति को क्या भंग कर दिया गया. खास बात ये कि ये ऐसी सलाहकार समिति थी जिसकी एक भी बैठक नहीं हुई थी औऱ ना ही पार्टी ने इस समिति से कोई सलाह लिया था.


डेढ़ साल में ही जंबोजेट प्रदेश कमेटी भंग

बता दें कि 2023 के मार्च में जेडीयू की जंबोजेट प्रदेश कमेटी का गठन किया गया था. 21 मार्च 2023 को जारी जेडीयू की प्रदेश कमेटी में 20 उपाध्यक्ष, 105 महासचिव, 114  प्रदेश सचिव और 11 नेताओं को पार्टी का प्रवक्ता बनाया गया था. इसके अलावा एक कोषाध्यक्ष भी बनाये गये थे. सबसे पहले 251 नेताओं को प्रदेश का पदाधिकारी बनाया गया था, बाद में कुछ औऱ लोग जोड़े गये. जेडीयू की प्रदेश कमेटी लगभग 260 लोगों की थी. ऐसे तमाम नेता राजनीतिक तौर पर बेरोजगार हो गये हैं.


बिना सलाह के ही सलाहकार समिति भंग

करीब 260 लोगों की प्रदेश कमेटी बनाने के बाद भी जेडीयू को लगा था कि वह अपने सभी लोगों को पद का झुनझुना नहीं थमा पायी है. लिहाजा जुलाई 2023 में राजनीतिक सलाहकार समिति का गठन किया गया. पार्टी के 273 नेताओं को राजनीतिक सलाहकार समिति का सदस्य बनाया गया. 13 महीने पहले बनाई गयी इस समिति की एक भी बैठक नहीं हुई औऱ ना ही पार्टी ने उससे कोई सलाह लिया. अब इस समिति को भी भंग कर दिया गया है.