PATNA: पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ठीक होने के बाद एक बार फिर एक्शन में आ गए हैं। मुख्यमंत्री गुरुवार को अचानक जेडीयू प्रदेश कार्यालय पहुंच गए। सीएम के दफ्तर पहुंचने की जानकारी पार्टी के किसी भी पदाधिकारी को नहीं थी। इस दौरान मुख्यमंत्री जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह के चैंबर में भी गए।
दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों के साथ साथ पार्टी पदाधिकारियों को भी समय से दफ्तर आने की हिदायत पहले ही दे चुके हैं। पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार विभिन्न विभागों का निरीक्षण करते नजर आए थे लेकिन बीच में तबीयत बिड़ने के बाद नीतीश कुमार सीएम आवास में आराम कर रहे थे। मंगलवार को तबीयत में सुधार होने के बाद सीएम कैबिनेट की बैठक में शामिल होने के लिए पहुंच गए थे।
इसके बाद बुधवार को सीएम नीतीश बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की जयंती में शामिल होने के लिए हाई कोर्ट स्थित प्रतिमा स्थल पहुंचे थे और मीडिया से बातचीत भी की थी। गुरुवार को सीएम बिना किसी को बताए अचानक पार्टी कार्यालय पहुंच गए और घूम घूमकर पूरे कार्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान वे जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह के चैंबर में भी पहुंचे थे।
प्रदेश जेडीयू कार्यालय में करीब 10 मिनट तक निरीक्षण करने के बाद सीएम वहां से रवाना हो गए। इस दौरान मुख्यमंत्री जेडीयू दफ्तर में लगने वाले कार्यकर्ता दरबार में भी गए लेकिन वहां कोई भी मंत्री मौजूद नहीं था जबकि हर दिन तीन मंत्रियों को कार्यकर्ताओं की समस्या सुनने के लिए कार्यकर्ता दरबार में पहुंचना होता है। पार्टी दफ्तर से निकलने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का काफिला जाम में फंस गया।