PATNA: जातीय जनगणना को लेकर जदयू के वरिष्ठ नेता और संसदीय दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने एक बड़ा बयान दिया है। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि नीतीश कुमार हैं तो जातीय जनगणना हो रही है यदि नीतीश जी नहीं होते तो जातीय जनगणना बिहार में कभी नहीं होती।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि जातीय जनगणना को लेकर आरजेडी भले ही अपना पीठ ठपठपा रही हो लेकिन सच्चाई यही है कि विधानमंडल में जो प्रस्ताव पारित किया गया वो प्रस्ताव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से ही था जिसका समर्थन सभी पार्टी के लोगों ने किया था।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि देशभर में जातीय जनगणना कही नहीं हो रही है सिर्फ बिहार में सरकार इसे करा रही है। यदि नीतीश जी नहीं होते तो जातीय जनगणना बिहार में नहीं होती। वही जेडीयू द्वारा अब तक राज्यसभा उम्मीदवार की घोषणा नहीं किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि नामांकन की अंतिम तिथि 31 मई है। जल्द ही उम्मीदवार के नामों की घोषणा कर दी जाएगी।
वही बीजेपी के साथ जेडीयू के संबंध पर कुशवाहा ने कहा कि जेडीयू-बीजेपी में कभी भी दो फार की स्थिति कभी नहीं थी और ना रहेगी। हम सब लोग एकजुट हैं और एकजुट रहेंगे। बीजेपी की तरफ से अभी तक तो ऐसा कोई आधिकारिक बयान नहीं आया जिससे लगे कि एनडीए में खटपट है। एनडीए की ओर से किसी तरह का बयान सामने आया नहीं है। बीजेपी और जेडीयू दोनों पार्टी के लोग एनडीए में हैं और रहेंगे। वही राबड़ी आवास में सीबीआई की रेड पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि इस रेड से जेडीयू की राजनीति से कोई लेना देना नहीं है।