PATNA : जातीय जनगणना का मुद्दा एक बार फिर से जोर पकड़ रहा है. आज मुख्यमंत्री के जनता दरबार कार्यक्रम के बाद सीएम नीतीश ने इस बात का ऐलान किया कि बिहार में जल्द ही जातिगत जनगणना कराई जाएगी. बिहार सरकार इसके लिए तैयार है. इसको लेकर बातचीत चल रही है और जल्द ही इसपर सर्वदलीय बैठक की जाएगी. इससे किसी भी जाती की उपेक्षा नहीं होगी.
नीतीश कुमार ने कहा कि कोरोना को लेकर कई चीजें रुकी हुई थी. जिसपर अब तेजी से काम होगा. आपस में बातचीत होगी. सब लोग मन बना लिए हैं. केंद्र से भी कह दिए हैं कि हम लोग अपने तरीके से जनगणना करायेंगे. नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने पहले ही स्पष्ट किया था कि राज्य आधारित जनगणना करने का विकल्प खुला है.
बता दें कि इसको लेकर आज नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी ट्वीट कर दिया है. तेजस्वी यादव ने जातीय जनगणना कराने में हो रही देरी को लेकर नीतीश कुमार पर हमला बोला है. उन्होंने लिखा है कि जातीय जनगणना को लेकर अगस्त में PM से मिले. सितंबर में केंद्र ने जातीय जनगणना से मना किया. अक्टूबर में CM ने कहा जल्दी ही सर्वदलीय बैठक बुलायेंगे. दिसंबर में हमने CM से बैठक बुलाने की याद दिलाई, पुनःआग्रह किया. पता नहीं अब 5 महीनों बाद भी नीतीश जी किस डर से बैठक नहीं बुला पा रहे है?
इससे पहले तेजस्वी यादव ने कहा था कि "जब हम कुंवारे थे, तभी सीएम नीतीश ने कहा था कि इस संबंध में बातचीत करने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाएंगे. अब मेरी शादी भी हो गई, मेरा हनीमून भी हो गया. लेकिन बैठक अब तक नहीं हुई. ऐसे में सवाल है कि वो बैठक कब कराएंगे?"