PATNA: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आज जनता दरबार लगाया गया, जिसमे अलग-अलग विभागों से जुड़े फरियादी पहुंचे। इस दौरान नालंदा से आए एक बुजुर्ग ने कहा कि दाखिल-खारिज के लिए दो बार आवेदन दे चुका हूं, लेकिन बार-बार उसे रद्द कर दिया जाता है। ये फ़रियाद सुनते ही सीएम ने तुरंत राजस्व को फोन लगा दिया। उन्होंने राजस्व विभाग के अधिकारी को जल्द से जल्द कार्रवाई करने को कहा।
बुजुर्ग फरियादी सिवान की रहने वाली है। वह रोते हुए सीएम के सामने आई और उसने कहा कि 2021 में उसके पोते को मौत के घाट उतार दिया गया था। इस मामले में एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी, लेकिन गिरफ्तारी केवल एक की हुई। बुजुर्ग महिला ने मुख्यमंत्री से कहा कि अन्य अपराधियों को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। सीएम नीतीश ने तुरंत डीजीपी को फोन लगाया और निर्देश दिया कि जल्द से जल्द मामले की काईवाई हो।
वहीं एक और महिला बेतिया से सीएम के जनता दरबार में पहुंची थी, जिसने कहा कि 30 अप्रैल 2021 को उसकी बेटी की शादी हुई थी। लेकिन शादी के 26 दिन बाद ही उसके ससुरालवालों ने उसकी हत्या कर दी। पूरा मामला दहेज़ से जुड़ा हुआ है। महिला के मुताबिक़ दहेजलोभी ससुरालवालों ने उसकी बेटी को 26 मई 2021 को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद महिला फरियादी ने जो बताया वो सीएम नीतीश को भी चौंकाने वाली बात थी। सुनते ही मुख्यमंत्री ने तुरंत डीजीपी को फ़ोन घुमा दिया।