जामताड़ा के बाद साइबर अपराध का हब बना नवादा! जीजा-साला मिलकर खेलते थे फिशिंग का गेम, पुलिस ने ऐसे दबोचा

जामताड़ा के बाद साइबर अपराध का हब बना नवादा! जीजा-साला मिलकर खेलते थे फिशिंग का गेम, पुलिस ने ऐसे दबोचा

NAWADA: यूं तो झारखंड का जामताड़ा साइबर अपराध का गढ़ माना जाता है लेकिन अब साइबर अपराधियों का दायरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। जामताड़ा के बाद अब बिहार का नवादा जिला साइबर अपराध का हब बनता जा रहा है। नवादा की पुलिस ने एक बार फिर साइबर अपराधियों के बड़े गिरोह का खुलासा किया है। पुलिस ने गुप्त सूचना के आदार पर दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है जिनके पास से लाखों रुपए बरामद हुए है। दोनों रिश्ते में जीजा और साला है, जो मिलकर फिशिंग का गेम खेलते थे।


दरअसल, नवादा पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने साइबर गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस कार्रवाई में दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। जिसके पास से 4 लाख 54 हजार 500 कैश के साथ फिंगरप्रिंट के नमूने, मोबाइल, एटीएम कार्ड और बैंक पासबुक समेत कई दस्तावेज बरामद किए हैं। गिरफ्तार अपराधियों की पहचान कादिरगंज ओपी क्षेत्र के खरगू बीघा निवासी सिद्धेश्वर प्रताप के बेटे हृदय कुमार और अकबरपुर थाना क्षेत्र के ग्रांडी गांव निवासी राजेश प्रसाद के बेटे राजा कुमार के रूप में हुई है। 


नवादा एसपी अम्बरीष राहुल ने बताया कि एक महिला के खाते से 8 हजार रुपये की अवैध निकासी की गई थी। जिसके बाद पीड़ित महिला ने साइबर थाना में केस दर्ज कराया था। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एसआईटी का गठन कर अनुसंधान शुरू की गई। अनुसंधान में एक बड़ा खुलासा हुआ। जिसमें पता चला कि अपराधियों द्वारा महिलाओं को बैंक खाता खुलवाने और राशन कार्ड बनवाने के नाम पर फिंगरप्रिंट लिया जाता था और फिर m-seal  के सहयोग से फर्जी फिंगर प्रिंट तैयार कर उन लोगों के खाते से रुपए की निकासी का खेल चल रहा था। बता दें कि इससे पहले भी नवादा से कई साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।