AURANGABAD : औरंगाबाद जिले के हसपुरा प्रखंड के मकबुलपुर गांव निवासी सेना के जवान महेशचंद्र सिंह जम्मू के बारामुला में आतंकवादियों से लोहा लेते शहीद हो गये। शुक्रवार की सुबह शहीद का पार्थिव शरीर पैतृक गांव मकबुलपुर लाया गया। शव आते ही गांव का माहौल गमगीन हो उठा।
शहीद जवान का शव उनके पैतृक गांव हसपुरा थाना के मकबुलपुर गांव पहुंचते ही शहीद के पिता रामबरत सिंह दहाड़ मारकर रोने लगे। बता दे कि महेशचंद्र सिंह बीएसएफ की 161 बटालियन में तैनात थे।उनकी पोस्टिंग जम्मू के बारामुला बॉर्डर पर की थी। शहादत के बाद बारामुला में ही बीएसएफ के अधिकारियों ने शहीद को सलामी दी।
वही शुक्रवार की सुबह शहीद का पार्थिव शरीर पैतृक गांव मकबुलपुर लाया गया। शव आते ही गांव का माहौल गमगीन हो उठा। शहीद जवान महेशचंद्र सिंह अपने पीछे एक पुत्र, पत्नी एवं दो शादीशुदा पुत्रियों को छोड़ गए है। जैसे ही महेशचंद्र के शहीद होने की खबर परिजनों तथा ग्रामीणों को लगी गांव में कोहराम मच गया। हालांकि शहादत पर ग्रामीणों और परिजनों को गर्व भी है। वही शहीद की पत्नी का रो रोकर बुरा हाल है पर इस इस बात का गर्व भी है कि उसके पति आतंकवादियों से लड़ते लड़ते शहीद हुए है। उसने रोते हुए कहा कि मेरा छोटा बेटा भी देश की सेवा करेंगा।