PATNA : जहरीली शराब से फतुआ विधानसभा अंतर्गत महुली गांव के रहने वाले रामनाथ सिंह की मौत के बाद जाप सुप्रीमो पप्पू यादव शुक्रवार को उसके परिजनों से मुलकर करने पहुंचे. जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने शोकाकुल परिवार से मुलाकात कर उनका ढाढस बंधाया. परिवार की कमजोर आर्थिक स्थिति को देखते हुए पप्पू यादव ने पार्टी की ओर से 25,000 रुपए की आर्थिक मदद भी की.
मुलाक़ात के बाद मीडिया से बात करते हुए जाप अध्यक्ष ने कहा कि मृतक रामनाथ सिंह का नाम जहरीली शराब से मरने वालों की सूची में जुड़ गया. बिहार में रोज ऐसे मामले सामने आ रहे हैं. आज मैंने मृतक के परिजनों से मुलाक़ात की और आर्थिक सहायता की ताकि परिवार वाले कोई छोटा रोजगार शुरू कर सकें. आगे अगर जरूरत पड़ी तो मैं उनकी बेटी की शादी की भी जिम्मेदारी लूंगा.
राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए पप्पू यादव ने कहा कि शराब माफियाओं की संपत्ति कब जब्त होगी? नेताओं और सरकारी पदाधिकारियों का ब्लड टेस्ट करा यह पता लगाना चाहिए कि कौन-कौन शराब पी रहा है. सत्ता पक्ष के नेता शराब माफियाओं को इसलिए बचा रहे हैं क्योंकि उनको शराब माफियाओं से पैसा मिल रहा है. तो वहीं विपक्षी नेता इसलिए कुछ नहीं बोल रहे हैं क्योंकि वे भी इसमें सम्मिलित हैं और बराबर के भागीदार हैं. सबसे पहले ऐसे नेताओं और अधिकारियों पर एफआईआर दर्ज होनी चाहिए.
जाप अध्यक्ष ने आगे कहा कि कार्यवाई करने के लिए सरकार को और कितनी लाशें चाहिए? पूरा पुलिस महकमा शराब माफियाओं को संरक्षण दे रहा है. दोषियों के खिलाफ केस दर्ज कर कड़ी कार्यवाई करने की मैं मांग करता हूँ. पप्पू यादव ने मांग की कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 6 महीने के सीमा का निर्धारण कर बिहार में शराब की तस्करी को रोकें या पूरे मंत्रिमंडल के साथ इस्तीफा दें. शराब बिहार के लिए सबसे बड़ा नासूर बन गया है. प्रदेश में कोई ऐसा पंचायत नहीं बचा है जहाँ शराब की तस्करी नहीं हो रही हो.