ISI की महिला एजेंट को खुफिया जानकारी देता था बिहार का सरकारी बाबू, पुलिस ने ऐसे दबोचा

ISI की महिला एजेंट को खुफिया जानकारी देता था बिहार का सरकारी बाबू, पुलिस ने ऐसे दबोचा

MUZAFFARPUR: बड़ी खबर मुजफ्फरपुर से आ रही है, जहां पुलिस ने देश की खुफिया जानकारी को ISI को भेजने वाले एक क्लर्क को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी मुजफ्फरपुर के कटरा रजिस्ट्री ऑफिस में कार्यरत है। उसपर आरोप है कि वह पाकिस्तान के ISI महिला एजेंट को भारत के सरकारी कार्यालयों के दस्तावेजों की गोपनीय जानकारी देता था। गुप्त सूचना के आधार पर जब पुलिस ने आरोपी के व्हाटसएप और ईमेल को खंगाला तो इस बात की जानकारी मिली। जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।


आरोपी क्लर्क की पहचान मुंगेर के ईस्ट जमालपुर थाना के नया गांव विषहरी निवासी रवि चौरसिया के रूप में हुई है। उसके पास से एक मोबाइल भी जब्त किया गया है। इसमें व्हाटसएप और ईमेल खंगालने पर पुलिस को उसकी करतूतों का पता लगा। उसने कई गोपनीय दस्तावेज ISI एजेंट को भेजे थे। इसकी पुष्टि एसएसपी जयंतकांत ने की है। उन्होंने बताया कि केंद्रीय जांच टीम से गोपनीय सूचना मिली थी की लिपिक रवि भारत के सरकारी दफ्तरों से जुड़ी खुफिया जानकारी ISI को भेज रहा है। इसी आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया। 


मुजफ्फरपुर एसएसपी जयंत कांत ने बताया कि अन्य जांच एजेंसी को भी इसकी जानकारी दे दी गई है। जल्द ही अन्य जांच एजेंसियां आरोपी से पूछताछ करेंगी। एसएसपी ने बताया कि आरोपी पहले भारी वाहन निर्माण कारखाना अवाडी चेन्नई (रक्षा मंत्रालय) में लिपिक के पद पर कार्यरत था। यहां तोप और टैंक समेत अन्य रक्षा उपकरण बनता है। उस समय फेसबुक के जरिए उसकी पहचान शानवी शर्मा (छद्म नाम) से पहचान हुई। उसने उसे हनी ट्रैप किया। फिर पैसे का लालच देकर उससे कई सारी खुफिया जानकारी व्हाट्सेप और ईमेल के जरिए ली। 


इसके एवज में उसके खाते में मोटी रकम भी भेजती रही। वह महिला ISI एजेंट सह हैंडलर थी। पुलिस की मानें तो आरोपी को इसका पता लग चुका था। बावजूद इसके वह पैसे के लालच में खुफिया जानकारी उपलब्ध कराता था। एसएसपी ने कहा कि आरोपी के बैंक खाते का पूरा डिटेल खंगाला जा रहा है, इसे फ्रिज किया जाएगा। आरोपी के खिलाफ कटरा थाने में ऑफिशियल सिक्रेसी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। एसएसपी के मुताबिक आरोपी के मोबाइल में अभी भी कई ऐसी गोपनीय तस्वीरें और दस्तावेज हैं, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता है।