DESK :आईपीएल का 13वां सीजन एक महीने बाद शुरू होने वाला है. लेकिन टूर्नामेट शुरू होने से एक महीने पहले बढ़ते विवाद के बाद चीनी मोबाइल कंपनी वीवो के टाइटल स्पॉन्सर की डील को इस साल के लिए रद कर दिया है. जिसके बाद आइपीएल टाइटल स्पॉन्सर की खोज में है, इसके लिए जल्द ही नीलामी होनी है.
इस बीच खबर ये आई है कि योग गुरु बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि (Patanjali) भी आइपीएल के मुख्य प्रायोजक बनने में दिलचस्पी लेते हुए नीलामी में शामिल होने वाली है. इस बारे में पतंजलि के प्रवक्ता एस के तिजारावाला ने कहा कि हम आईपीएल को इस साल प्रायोजित करने की सोच रहे हैं, ताकि पतंजलि को ग्लोबल मार्केट मिल सके. उन्होंने कहा कि पतंजलि बीसीसीआई को एक प्रस्ताव भेजने पर विचार कर रही है. मार्केट के जानकारों का मानना है कि पतंजलि चीन की वीवो कंपनी को रिप्लेस कर सकती है.
इस साल आईपीएल यूएई में खेला जाना है. वहां स्टेडियम में दर्शक नहीं होंगे. वीवो के स्पॉन्सरशिप से हाथ खींच लेने के बाद बीसीसीआई को नए प्रायोजक की तलाश है. पतंजलि के साथ ही कई बड़े नाम इस रेस में शामिल होने की उम्मीद है जिओ, एमेजन, टाटा ग्रुप, ड्रीम इलेवन, अडानी ग्रुप और एजुकेशन स्टार्ट अप बाइजस जैसे नाम पर चर्चा हो रही है.
अब देखने वाली बात ये है कि वीवो के जाने के बाद क्या आईपीएल को वीवो जैसी बड़ी रकम देने स्पॉन्सर कंपनी मिल सकती है. वीवो ने 2018 से 2022 तक पांच साल के लिए 2190 करोड़ रुपये में (प्रत्येक वर्ष 440 करोड़ रुपए) आईपीएल टाइटल प्रायोजन अधिकार हासिल किए थे।