PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी दलों की गठबंधन यानी I.N.D.I.A में कांग्रेस के इनएक्टिव दिखाई देने को लेकर ख़ासा नाराज नजर आ रहे हैं। नीतीश की यह नाराजगी अब खुले आम राजनीतिक मंचों से दिखने लगा है। जिसके बाद इसको लेकर भाजपा हमलावर हो गई है और यह कहा जाना शुरू हो गया है कि लोकसभा चुनाव से पहले ही विपक्षियों में आपसी सहमती नहीं बनी है। ऐसे में जब इन आरोप और कयासों को लेकर सीएम नीतीश कुमार के करीबी मंत्री से सवाल किया गया तो वह भी इन मामलों में खुलकर बोलने से परहेज करते नजर आए। हालांकि, उन्होंने इतना जरूर कहा कि- जल्द ही बड़ा निर्णय होगा और कोई न कोई रास्ता निकल आएगा।
दरअसल, पटना में वामपंथी पार्टी सीपीआई की भाजपा हटाओ-देश बचाओ रैली के दौराननीतीश कुमार ने कहा कि - सभी विपक्षी नेता एकजुट होकर विपक्षी गठबंधन में कांग्रेस को आगे बढ़ा रहे हैं लेकिन कांग्रे को इसकी कोई चिंता नहीं है। अभी वह पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव में व्यस्त है। जब चुनाव हो जाएंगे तो वह विपक्षी नेताओं को कॉल करेंगे और बैठक कराएंगे लेकिन अभी विपक्षी गठबंधन को लेकर कोई बात नहीं हो रही है। इसके बाद इसको लेकर खड़गे और नीतीश कुमार में लंबी टेलीफोनिक बातचीत हुई है। ऐसे में इस बातचीत को लेकर अशोक चौधरी से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि- खड़गे साहब से तो बात हुई है तो कोई न कोई रास्ता जरूर निकलेगा।
अशोक चौधरी ने कहा कि- नीतीश कुमार ने जो बातें कही है उसका मतलब सही से नहीं निकाला गया है। उनका कहना था कि जब समय नजदीक है ऐसे में INDIA को पहले से अधिक इफेक्टिवली आना चाहिए। हालांकि, खड़गे साहब से तो बात हुई है तो कोई रास्ता जरूर निकलेगा। जल्द ही बड़ा निर्णय होगा। कांग्रेस भी अपने विधानसभा चुनाव को लेकर व्यस्त है। इसके बाद बातचीत होगी तो कुछ ना कुछ आगे जरूर बात निकलेगी।
वहीं, सबह-सुबह लगातार नीतीश कुमार के भ्रमण पर मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि- माननीय नेता सुबह में मिलने जाते हैं तो यह अच्छी बात है। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएगा पॉलीटिकल एक्टिविटी बढ़ेगी ही, इसमें कौन सी बड़ी बात है। इसलिए इसका कोई भी गलत मतलब निकाला जाना उचित नहीं है। अब जैसे - जैसे समय नजदीक आएगा नेता तो एक्टिव होगा।
इसके आलावा कल से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र को लेकर कहा कि- हमलोग अपनी भूमिका का निर्वहन करेंगे और विपक्ष अपनी भूमिका का निर्वहन करेगी। ऐसा तो नहीं कहा जा सकता है ना कि विपक्ष हमारी बातों को या हमारे किए गए कार्यों के प्रति अच्छा कहेगा। वहीं, आरक्षण का दायरा बढ़ाने पर भी अशोक चौधरी ने कहा कि- यह तो माननीय नेता का निर्णय होता है यह कलेक्टिव निर्णय होता है। तमाम राजनीतिक दलों का जो जाति आधारित गणना में शामिल थे।
उधर, अमित शाह के दौरे को लेकर अशोक चौधरी ने कहा कि- अमित शाह आ रहे तो आए बिहार में किसी को भी आने से मनाही नहीं है। बिहार के लोग हर किसी का स्वागत करते हैं। हमलोग किसी को कभी भी आने से मना नहीं करते है। इसके आलावा शाह का नीतीश कुमार को लेकर अधिक कुछ नहीं कहे जाने को लेकर मंत्री ने कहा कि - बीजेपी या अमित शाह नीतीश कुमार को लेकर सॉफ्ट दिखते हैं तो यह बीजेपी का निर्णय है। उनका बिहार में कोई वजूद नहीं बचा है तो यहां आकर उनको मेहनत करना ही होगा।