PATNA: 5 राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के बाद इंडिया गठबंधन में घमासान लगातार गहराता जा रहा है. राजद-जेडीयू की बयानबाजी पर अब कांग्रेस ने पलटवार किया है. कांग्रेस ने आज जेडीयू और राजद को चेतावनी दी है-दोस्त हैं तो दोस्त की तरह बात करिये, हमारा मजाक उड़ाइयेगा तो हम भी आपका इतिहास जानते हैं. सारा इतिहास उघेड़ देंगे.
बिहार में कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान ने आज राजद और जेडीयू की कांग्रेस पर बयानबाजी का जवाब दिया. फर्स्ट बिहार से बात करते हुए शकील अहमद खान ने कहा कि मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ औऱ राजस्थान के चुनाव परिणाम को लेकर जेडीयू और राजद के जो लोग बोल रहे हैं उनका कोई महत्व नहीं है और हम उनका नोटिस नहीं लेते हैं. वैसे लोग हमें ज्ञान नहीं दें तो बेहतर होगा.
शकील अहमद खान ने कहा कि कांग्रेस ने भाजपा को रोकने के लिए राजद, जेडीयू और वाम दलों से गठबंधन किया है. ये लोग हमारे दोस्त हैं लेकिन हम उन्हें कहना चाहते हैं कि अगर हमारे दोस्त हैं तो दोस्त की तरह बात करें. हमारा मजाक उडाइयेगा, हमारा उपहास कीजियेगा तो हम लोग भी बोल सकते हैं. हमलोग भी इतिहास उघेड़ देंगे. हम भी सारे लोगों का इतिहास लोग जानते हैं. वैसे लोगों को कांग्रेस को कोसने की जरूरत नहीं है.
कांग्रेस विधायक दल के नेता ने कहा कि जब क्रिकेट मैच होता है तो मैदान के बाहर से मैच देख रहे लोग बहुत ज्ञान देते हैं. लेकिन खेलना खिलाड़ी को पड़ता है. ऐसे ही चुनाव को बाहर से देख रहे लोग ज्ञान दे रहे हैं. वैसे लोग ज्ञान नहीं दें तो बेहतर होगा. चुनाव हम लड़ रहे थे, हमें पता है कि कैसे चुनाव लड़ा गया. अगर कोई पार्टी हमारे साथ है तो वह राय देने के लिए स्वतंत्र है. लेकिन राय देने का उचित फोरम होता है. अब कुछ नेता जिस तरीके से मीडिया में राय दे रहे हैं तो ये सही नहीं है. उनको कैसे मालूम है किस कारण से ऐसा चुनाव परिणाम आया.
भाजपा से दोस्ती करने वाले हमें ज्ञान नहीं दें
शकील अहमद खान ने कहा कि जो लोग हमारे उपर बयानबाजी कर रहे हैं, वैसे लोगों का अपना इतिहास भूगोल क्या है. उनको भाजपा के साथ सरकार बनाने में मजा आता है. अब हमें ज्ञान दे रहे हैं. कांग्रेस जन्म से ही सांप्रदायिकता की विरोधी है और वह कभी भाजपा के साथ जाने की बात सोच भी नहीं सकती. इसलिए भाजपा को कैसे हराना है इसकी सार्वजनिक मंच से कांग्रेस को राय देने की जरूरत नहीं है.
राजद अपने वादे से मुकरा
शकील अहमद खान ने कहा कि बिहार में राजद कैबिनेट का विस्तार कर कांग्रेस को और जगह देने के अपने वादे से मुकर गयी है. उन्होंने कहा कि हमारा गठबंधन राजद के साथ था. राजद ने जब नीतीश कुमार और जेडीयू से दोस्ती की तो हम भी उनके साथ गये. बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर राजद के शीर्ष नेतृत्व से कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने बात की थी. पटना में जब पहली दफे विपक्षी पार्टियों की बैठक हुई थी तो उस समय ही कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने बात की थी. उस समय बात मान ली गयी थी, लेकिन बाद में राजद मुकर गया. हमारी जिस मांग को उस समय स्वीकार कर लिया गया, उसे अब मानने से इंकार किया जा रहा है. इस तरीके से काम करने पर सही तरीके से गठबंधन नहीं हो सकता.