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Tulsi Puja: तुलसी पूजा का महत्व और नियम, जानें ध्यान मंत्र

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 28 Dec 2024 11:27:54 PM IST

Tulsi Puja: तुलसी पूजा का महत्व और नियम, जानें ध्यान मंत्र

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Tulsi Puja: हिंदू धर्म में तुलसी को देवी का स्थान प्राप्त है। भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को यह पौधा अत्यंत प्रिय है। तुलसी की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। तुलसी को "हरि प्रिया" भी कहा जाता है, और इसका पूजन व्यक्ति के जीवन में आध्यात्मिक और भौतिक उन्नति लाता है।


तुलसी पूजा के नियम

तुलसी पूजा करते समय इन नियमों का पालन करना अत्यंत आवश्यक है, अन्यथा इसके विपरीत प्रभाव भी हो सकते हैं।

रविवार और एकादशी को तुलसी के पत्ते न तोड़ें:

ऐसा करना अशुभ माना जाता है, क्योंकि इन दिनों तुलसी विश्राम करती हैं। यह भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को अप्रसन्न कर सकता है।

सूर्यास्त के बाद तुलसी को न छूएं:

यह दोष का कारण बन सकता है। तुलसी को सुबह या दिन के समय में ही स्पर्श करना चाहिए।

तुलसी के पौधे के आसपास साफ-सफाई रखें:

तुलसी देवी के निवास स्थान को साफ और स्वच्छ रखना अनिवार्य है, क्योंकि मां लक्ष्मी गंदगी वाले स्थानों में निवास नहीं करतीं।

लाल कपड़ा चढ़ाना:

पूजा के दौरान तुलसी के पौधे पर लाल कपड़ा चढ़ाने से देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।

सिंदूर और फूल अर्पित करें:

पूजा के समय तुलसी को सिंदूर लगाकर फूल अर्पित करना शुभ माना जाता है।

विशेष भोग लगाएं:

अंत में तुलसी देवी को गन्ने का रस, गुड़, और अन्य प्रिय वस्तुओं का भोग लगाना चाहिए।


तुलसी के उपाय

वैवाहिक जीवन के लिए:

यदि वैवाहिक जीवन में समस्याएं हैं, तो मां तुलसी को सुहाग की सामग्री (चूड़ियां, सिंदूर, बिंदी) अर्पित करें और प्रार्थना करें। यह उपाय दांपत्य जीवन को सुखमय बनाता है।

सुख-समृद्धि के लिए:

तुलसी के पौधे में गन्ने का रस चढ़ाकर आरती करें। ऐसा करने से जीवन के दुख दूर होते हैं और धन-संपत्ति में वृद्धि होती है।


तुलसी माता का ध्यान मंत्र:

तुलसी श्रीर्महालक्ष्मीर्विद्याविद्या यशस्विनी।  

धर्म्या धर्मानना देवी देवीदेवमन: प्रिया।।  

लभते सुतरां भक्तिमन्ते विष्णुपदं लभेत्।  

तुलसी भूर्महालक्ष्मी: पद्मिनी श्रीर्हरप्रिया।।  


तुलसी नामाष्टक मंत्र:

वृंदा वृंदावनी विश्वपूजिता विश्वपावनी।  

पुष्पसारा नंदनीय तुलसी कृष्ण जीवनी।।  

एतभामांष्टक चैव स्त्रोतं नामर्थं संयुतम।  

य: पठेत तां च सम्पूज्य सौश्रमेघ फलंलमेता।।  


तुलसी पूजा न केवल आध्यात्मिक लाभ देती है, बल्कि यह घर-परिवार में शांति, समृद्धि, और शुभता का संचार करती है। तुलसी के पत्तों को भगवान विष्णु को अर्पित करने से हर मनोकामना पूरी होती है। नियमित रूप से तुलसी माता की आराधना करें और बताई गई विधि और नियमों का पालन करके अपने जीवन को खुशहाल बनाएं।