PURNEA : बिहार के पूर्णिया जिले में एक युवती की हत्या के मामले में देर से केस दर्ज करना थानेदार को महंगा पड़ गया. आईजी ने कड़ा एक्शन लेते हुए थानेदार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. जानकारी के अनुसार, मृतका के परिजनों में एक महिला ने इस मामले की शिकायत आईजी से की थी जिसके बाद मामले की जांच काफर आईजी ने थानेदर पर एक्शन लिया और उन्हें निलंबित कर दिया.
दरअसल, धमदाहा के दमगड़ा में एक युवती की हत्या के मामले में देर से केस दर्ज करने को लेकर आईजी सुरेश चौधरी ने धमदाहा के पुलिस निरीक्षक सह धमदाहा थाना अध्यक्ष राज किशोर शर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. आईजी ने बताया कि युवती की हत्या के मामले में धमदाहा थाना अध्यक्ष द्वारा सही समय पर केस दर्ज नहीं करने के कारण यह कार्रवाई की गई है.
क्या है पूरा मामला
बीते 23 मई को दमगड़ा के धरहर निवासी जोगी महत्व की बेटी विनीता देवी की लाश पेड़ से लटकी मिली थी. गांव वालों के दबाव में लड़की के परिजनों ने लाश को आनन-फानन में दफना दिया था. इसको लेकर परिजनों ने 26 मई को धमदाहा थाना में आवेदन देकर किसी पर कोई मामला दर्ज नहीं करने की बात की थी और यह भी बताया था कि उसकी बेटी ने आत्महत्या कर ली है.
हालांकि 23 मई को जब जोगी महत्व की बेटी रात को करीब 1 बजे घर से लापता हुई थी तब परिजन उसी रात 3 बजे धमदाहा थाना जाकर इसकी शिकायत किए थे. लेकिन पुलिस परिजनों को सुबह आने को कह कर वापस लौटा दी थी. इसके बाद परिजन घर वापस लौट गए. 24 मई की सुबह जब गांव के कुछ लोग शौच करने गए तो देखा कि एक युवती की लाश पेड़ से लटकी हुई है. बाद में उसकी पहचान विनीता देवी के रूप में हुई थी.