PATNA : बिहार में कोरोना संकट के दौर में संजय कुमार को हटाकर स्वास्थ्य महकमे के प्रधान सचिव बनाये गये आईएएस अधिकारी उदय सिंह कुमावत बेबद विवादित ऑफिसर रहे हैं. एक अंग्रेजी वेबसाइट ने उनसे संबंधित बेहद सनसनीखेज खबर छाप रखी है. उस खबर की मानें तो उदय सिंह कुमावत फ्रांस की राजधानी पेरिस में हनी ट्रैप में पकड़े गये थे.
अंग्रेजी वेबसाइट पीगुरूज की रिपोर्ट
अग्रेजी वेबसाइट पीगुरूज ने तकरीबन दो साल पहले ही उदय सिंह कुमावत के बारे में सनसनीखेज खबर दी थी. इस वेबसाइट के मुताबिक उदय सिंह कुमावत पेरिस में फ्रांस के खुफिया विभाग द्वारा हनीट्रैप में पकडे गये थे. फ्रांस की खुफिया एजेंसी ने इससे संबंधित सीडी भारतीय एजेंसी RAW को सौंपी थी.
अग्रेजी वेबसाइट पीगुरूज के मुताबिक मामला तब का है जब उदय सिंह कुमावत केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर थे. केंद्र सरकार में वे वित्त मंत्रालय के संयुक्त सचिव पद पर तैनात थे. उस दौरान केंद्र सरकार ने उन्हें ब्लैक मनी पर बनाये गये स्पेशल टीम का सचिव भी बना रखा था. उसी दौरान ये वाकया हुआ.
वेबसाइट की खबर के मुताबिक उदय सिंह कुमावत सरकारी दौरे पर 2018 के फरवरी में फ्रांस के परिस में गये. वहां 18 से 23 फरवरी तक FATF की बैठक होने वाली थी. पेरिस जाने से पहले उदय सिंह कुमावत ने बेल्जियम जाने का वीजा लेने की कोशिश की. लेकिन उन्हें वीजा नही मिला. पीगुरूज के मुताबिक उदय सिंह कुमावत के साथ वित्त मंत्रालय में काम कर चुकी एक महिला उस वक्त बेल्जियम में पोस्टेड थी. केंद्रीय सचिवालय नार्थ ब्लॉक में उदय सिंह कुमावत और उस महिला अधिकारी के मधुर संबंध की बात हर किसी को पता थी.
अग्रेजी वेबसाइट पीगुरूज के मुताबिक कई अधिकारियों ने बताया था कि नार्थ ब्लॉक में जब वह महिला उदय सिंह कुमावत के चेंबर में आती थी तो बाहर लाल बत्ती जल जाता था. ये लाल बत्ती घंटों तक जलता रहता था. वेबसाइट की खबर के मुताबिक बाद में इस मामले की खबर उदय सिंह कुमावत की पत्नी को मिल गयी. पत्नी ने नार्थ ब्लॉक के ऑफिस में आकर दोनों को रंगे हाथों पकड़ा. फिर मामला उपर तक गया और सरकार ने महिला अधिकारी को वित्त मंत्रालय से बाहर कर दिया.
अग्रेजी वेबसाइट पीगुरूज की खबर के मुताबिक वित्त मंत्रालय में संयुक्त सचिव के पद पर तैनाती के दौरान उदय सिंह कुमावत बेहद ताकतवर थे. सारा ट्रांसफर पोस्टिंग उनके ही जिम्मे था. अपने पॉवर का उपयोग कर उदय सिंह कुमावत ने महिला अधिकारी को बेल्जियम के भारतीय दूतावास में अहम पोस्टिंग दिलवा दी.
पीगुरूज के मुताबिक फरवरी 2018 में पेरिस दौरे के वक्त उदय सिंह कुमावत बेल्जियम जाना चाह रहे थे लेकिन जब वीजा नहीं मिला तो महिला अधिकारी को पेरिस बुला लिया गया. दोनों एक साथ होटल में रूके. हद तो ये कि जब 23 फरवरी को फ्रांस की मीटिंग खत्म हुई तो उदय सिंह कुमावत ने होटल में दो दिन और रूकने की मंजूरी मांगी. मंजूरी नहीं मिली तो दोनों दूसरे होटल में शिफ्ट हो गये.
अग्रेजी वेबसाइट पीगुरूज के मुताबिक फ्रांस में हो रही फाइनेंसियल एक्शन टास्क फोर्स की बैठक बेहद संवेदनशील थी. लिहाजा फ्रांस की खुफिया एजेंसी की नजर बैठक में आने वाले हर अधिकारी पर थी. फ्रांस की खुफिया एजेंसी उदय सिंह कुमावत पर हर नजर रख रही थी. उनकी हर गतिविधि की वीडियो रिकार्डिंग हो रही थी. बाद में फ्रांस की खुफिया एजेंसी ने इससे संबंधित सीडी को भारतीय खुफिया एजेंसी RAW को भी सौंप दी.
पीगुरूज के मुताबिक उदय सिंह कुमावत की पहुंच बेहद ऊंची रही है. देश के सभी पॉलिटिकल पार्टियों में उनकी पकड़ रही है. वे बीजेपी, कांग्रेस और एनसीपी के कई मंत्रियों के मंत्रालय में OSD के तौर पर काम कर चुके हैं. उनकी पहुंच इतनी ज्यादा थी कि केंद्रीय प्रतिनियुक्ति का अपना टर्म पूरा होने के बाद भी काफी दिनों तक केंद्र सरकार में बने रहे.