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1st Bihar Published by: Updated Sun, 01 Mar 2020 02:47:49 PM IST
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PATNA : आज से लगभग 10 दिन बाद होली है. बड़े ही धूमधाम से बिहार में इस पर्व को मनाया जाता है. इस उत्सव के अवसर पर मेहमानों के आगमन को लेकर लोग खान-पान का खासा ख्याल रखते हैं. खाने में नॉन वेज के बिना होली हो ही नहीं सकता है. लेकिन इसबार सबसे ख़ास बात ये है कि होली में मुर्गा मात्रा 35 रुपये किलो बिकेगा और ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि बिहार और झारखंड में यह सबसे सस्ता मिलेगा.
भारत में चिकन बिक्री में 50 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है, जबकि पिछले एक महीने में इसके दाम 70 प्रतिशत तक नीचे गिर गया है. गोदरेज एग्रोवेट के एक बड़े अधिकारी ने बताया कि सोशल मीडिया पर इस तरह के कयास लगाए जा रहे हैं कि चिकन से कोरोना वायरस फैल सकता है. इससे बाजार में मुर्गा के दाम और बिक्री दोनों में गिरावट आई है. गोदरेज एग्रोवेट के प्रबंध निदेशक बी एस यादव ने कहा कि उसकी पोल्ट्री शाखा - गोदरेज टायसन फूड्स को भी कठिनाई आई है क्योंकि पिछले एक महीने में इनकी बिक्री में 40 प्रतिशत की भारी कमी आई है.
चीन में फैले कोरोना वायरस का कहर शेयर बाजार के साथ कई मार्केट को बर्बाद कर दिया है. सोशल साइट्स पर मुर्गे से कोरोना फैलने की अफवाह से बिहार और झारखंड में चिकन कारोबार धड़ाम हो गया है. पिछले एक माह के अंदर झारखंड में चिकन कारोबार 225 करोड़ रुपए से गिरकर मात्र 70 करोड़ रुपए पर पहुंच गया है. उन्होंने कहा कि झारखंड में करीब 6000 गरीब महिलाएं और 2 हजार से अधिक बड़े किसान मुर्गी पालन से जुड़े हैं. चिकन की मांग और दाम लगभग 70 फीसदी तक घट गया है. ऐसे में किसान 34 से 35 रुपए प्रति किलो मुर्गा बेच रहे हैं. जबकि, बाजार में बिचौलिए उसी मुर्गे को 100 से 110 रुपए प्रति किलो बेचकर मुनाफा कमा रहे हैं.
भारत में चिकन खाना सुरक्षित है, लेकिन चिकन से कोरोनोवायरस फैलने की अफवाहों ने हमारे देश में केवल एक महीने में 50 प्रतिशत से अधिक की मांग को प्रभावित किया है और बाजार की कीमतों में भी 70 प्रतिशत तक की गिरावट आई हैं. उन्होंने कहा कि देश में एक सप्ताह में होने वाली चिकन की बिक्री 7.5 करोड़ के मुकाबले घटकर 3.5 करोड़ चिकन की रह गई है, जबकि पिछले एक महीने में जो कीमत 100 रुपये किलो थी वह बाजार में अब घटकर 35 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई हैं. जबकि इसकी लागत लगभग 75 रुपये प्रति किलोग्राम बैठती है.