हथुआ महाराज के चचेरे भाई जितेंद्र प्रताप शाही की मौत मामला: घटनास्थल से सुसाइड नोट बरामद, रिश्तेदारों पर गंभीर आरोप

हथुआ महाराज के चचेरे भाई जितेंद्र प्रताप शाही की मौत मामला: घटनास्थल से सुसाइड नोट बरामद, रिश्तेदारों पर गंभीर आरोप

GOPALGANJ: हथुआ महाराज चचेरे भाई जितेन्द्र प्रताप शाही की रविवार को संदिग्ध मौत हो गई थी और उनका शव उनके ही कमरे से मिला था। जितेन्द्र प्रताप शाही की संदिग्ध मौत की जांच के लिए FSL की टीम सोमवार को घटनास्थल पर पहुंची है। पुलिस ने मौके से एक सुसाइड नोट बरामद किया है, जिसमें जितेन्द्र प्रताप शाही ने अपने पाटीदारों और रिश्तेदारों के ऊपर गंभीर आरोप लगाए हैं।


दरअसल, हथुआ राज के पाटीदार बाबू साहब एस्टेट परिवार के जीतेन्द्र प्रताप शाही की रविवार की गोली लगने से संदिग्ध मौत हो गई थी। जितेन्द्र प्रताप शाही का शव उनके ही आवास से बरामद हुआ था। शव के पास से एक लाइसेंसी बंदूक को भी पुलिस ने बरामद किया था। इस घटना के बाद जीतेन्द्र प्रताप शाही के परिवार में कोहराम मच गया था। उनकी किसी ने हत्या की है या उन्होंने खुद गोली मारकर आत्महत्या कर ली, पुलिस दोनों ही बिंदुओं पर जांच कर रही है।


जितेन्द्र प्रताप शाही अपने परिवार के साथ पटना में रहते थे और अक्सर हथुआ आते-जाते रहते थे। हाल ही में वे पटना से हथुआ आए थे और रविवार को पटना वापस जाने वाले थे। रविवार को वे पटना निकलने ही वाले थे कि दोपहर करीब एक बजे उनके कमरे से गोली चलने की आवाज आई। गोली की आवाज सुनकर आवास में मौजूद लोग जबतक मौके पर पहुंचे तबतक उनकी मौत हो चुकी थी। मौत की जांच के लिए एफएसएल टीम उनके आवास में पहुंची है और साक्ष्य जमा कर रही है।


जांच के दौरान पुलिस के हाथ एक सुसाइड नोट लगा है। बरामद हुए सुसाइड नोट में पाटीदारों और रिश्तेदारों पर सादा कागज पर झांसा देकर हस्ताक्षर कराने का जिक्र किया गया है। इसके साथ ही तनाव की वजह से खुदकुशी करने की बात सुसाइड नोट में लिखी गई है। फिलहाल पुलिस और एफएसएल की टीम घटनास्थल से साक्ष्यों को जमा कर रही है और मौत के सभी बिंदुओं पर तफ्तीश में जुटी है।