MUNGER: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव लगातार यह कहते हुए नजर आते हैं कि हमारी सरकार भ्रष्टाचार को बढ़ावा नहीं देती है। लेकिन, शायद ही कोई ऐसा दिन गुजरता हो जिस दिन टेबल के नीचे से लेने-देन करने की खबरें निकलकर सामने नहीं आती हो। आए दिन ऐसे घूसखोरों को विजिलेंस की टीम दबोचा करती है। आज भी नवादा के हिसुआ थाने के दारोगा को 21 हजार रूपये घूस लेते निगरानी की टीम ने गिरफ्तार किया है। इसके बावजूद पुलिस कर्मी अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे है।
ताजा मामला बिहार के मुंगेर जिले से सामने आ रहा है यह क्षेत्र जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह का है। जहां की पुलिस ने अपनी करतूत से खाकी वर्दी पर दाग लगाने का काम किया है। मुंगेर के हरिणमार थाना के थानेदार की करतूत निकलकर सामने आई है। जहां की रहने वाली एक पीड़ित महिला किरण देवी ने हरिणमार थानाध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाया है। पीड़िता आज डीआईजी और एसपी से गुहार लगाने पहुंची थी।
उसका कहना था कि उसे और उसके परिवार को थानेदार बेवजह परेशान कर रहे हैं गलत केस में फंसाने की धमकी देकर उनसे 45 हजार रूपये ऐंठ लिये हैं। अब और 15 हजार रूपये की मांग थानाध्यक्ष कर रहे हैं। पीड़िता पुलिस की इस करतूत से काफी परेशान हैं वो पुलिस के वरीय अधिकारियों से न्याय की गुहार लगा रही है। पीड़िता किरण देवी का कहना है कि उसके मोबाइल पर थाने से कॉल आया था कहा गया कि तुम्हारे ऊपर और तुम्हारे बेटे पर एफआईआर हो गया है। थाने में आकर जल्दी मिलो नहीं तो कार्रवाई कर देंगे। थाने से फोन आने के बाद पीड़िता और उसका पूरा परिवार काफी डर गया आनन-फानन में पीड़िता दोपहर 2 बजे हरिणमार थाने पहुंच गयी।
जहां पहले तो महिला पुलिस ने उसकी पिटाई कर दी। वह लगे आरोप और एफआईआर के बारे में पूछती रही लेकिन किसी पुलिस पदाधिकारी ने जवाब नहीं दिया। बल्कि महिला को थाने में पीटा गया वो चिखती रही चिल्लाती रही लेकिन महिला पुलिस गाली-गलौज करने लगी उसे थप्पड़ मारने लगी। जिसके बाद हरिणमार थाने के थानेदार वहां पहुंचे और कहने लगे कि यदि केस मुकदमा से बचना है तो 50 हजार रुपये की व्यवस्था करों नहीं तो सबको जेल भेज देंगे।
पीड़िता थानेदार की धमकी से काफी डर गयी और उसने अपने भाई को फोन करके पैसे की व्यवस्था करने की बात कही। 2 बजे से लेकर शाम के 7 बजे तक उसे थाने में रखा गया। जब पीड़िता का भाई 45 हजार रुपये लेकर थाने पहुंचा तब जाकर महिला को थाने से रात के 8 बजे छोड़ा गया। 45 हजार रूपये लेने के बाद फिर अगले दिन उसी नंबर से फोन आया कि 15 हजार रुपये की और व्यवस्था करो। नहीं तो ऐसा लिखेंगे की जेल में सड़ना पड़ जाएगा।
पुलिस की धमकीभरे कॉल के बाद पीड़िता न्याय की गुहार लगाने सीधे एसपी और डीआईजी कार्यालय पहुंच गयी जहां उसने पुलिस अधिकारियों को लिखित आवेदन दिया है और आरोपी थानेदार और पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है। पीड़िता ने कहा कि डीआईजी साहब और एसपी साहब कृपया मुझे और मेरे परिवार को बचा लीजिए हम सभी को झूठे केस में फंसाने की धमकी पुलिस वाले दे रहे हैं।
कहा जा रहा है कि तुमको बर्बाद कर देंगे। 45 हजार रूपये देने के बाद भी इस तरह की धमकी दी जा रही है। हरिणमार थाने के थानेदार और पुलिस कर्मियों के खिलाफ लोगों में खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है। पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग लोग कर रहे हैं। आक्रोशित लोगों ने आज हरिणमार थाने के थानेदार और पुलिस कर्मियों के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया और हंगामा मचाया।
मुंगेर से इम्तियाज खान की रिपोर्ट...