'हमारे पास आकर हाथ - पैर पकड़ते थे नीतीश ...' सरकार से अलग होने पर बोली राबड़ी .... नीतीश भी थे रेल मंत्री, कहां किसी को मिली नौकरी

'हमारे पास आकर हाथ - पैर पकड़ते थे नीतीश ...'  सरकार से अलग होने पर बोली राबड़ी .... नीतीश भी थे रेल मंत्री, कहां किसी को मिली नौकरी

PATNA :  नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव की जन विश्वास यात्रा मंगलवार यानी आज से शुरू हो जाएगी। पहले दिन तेजस्वी मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी व शिवहर में अलग-अलग जनसभाओं में शामिल होंगे। यात्रा के दौरान वे 32 जिलों में जनसभा और एक अन्य जिले में नुक्कड़ सभा को संबोधित करेंगे। सोमवार को प्रदेश राजद के प्रधान महासचिव व विधायक रणविजय साहू की ओर से जारी संशोधित जन विश्वास यात्रा कार्यक्रम के अनुसार यात्रा अब 29 फरवरी के बदले 1 मार्च को समाप्त होगी।


वहीं, तेजस्वी की इस यात्रा को हरी झंडी दिखाते हुए उनकी मां और बिहार विधान परिषद् की नेता विरोधी दल राबड़ी देवी ने नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोला है। राबड़ी देवी ने कहा कि-  नीतीश कुमार को हम लोग अलग होने के लिए नहीं बोल थे। वो खुद साथ आते हैं और खुद अलग हो जाते हैं। हम लोग ना तो बुलाने जाते हैं ना ही भागने जाते हैं। वहीं, तेजस्वी यादव की यात्रा को  लेकर राबड़ी देवी ने कहा कि - जनता के बीच जा रहा है अच्छा काम करेगा और इसको जनता का आशीर्वाद मिलेगा।


राबड़ी देवी ने कहा कि- नीतीश कुमार मेरे पास आते हैं हाथ पैर पकड़ते हैं और कहते हैं कि गलती हो गया है  और फिर कुछ दिन के बाद वापस चले जाते हैं। अभी खुद के मनमर्जी से गए हैं, हम लोग के पूरे परिवार में किसी को इस बात की जानकारी भी नहीं हुई वह जा रहे हैं। वहीं, राजद कार्यकाल के जांच करवाए जाने की बात को लेकर राबड़ी देवी ने कहा कि-  करने दीजिए जांच... 25 साल से तो जांच हो ही रहा है... क्या निकल गया आजतक। इतना दिन से जांच हो रहा है, ईडी सीबीआई जांच कर रही है। प्रधानमंत्री के खास लोग भी इसमें लगे हुए हैं तो कहां कोई नया बात निकाल कर सामने आया है। 


उधर, रेलवे के बदले जमीन मामले को लेकर राबड़ी देवी ने कहा कि हमें झूठ-मूठ का यह बोला जा रहा है कि हमने रेलवे में नौकरी दी है कोई मंत्री रेलवे में नौकरी कैसे दे सकता है नौकरी देने का काम तो जोनल मैनेजर के पास होता है। चाहती हूं कि रेलवे में तो मंत्री नीतीश कुमार भी रहे हैं और रामविलास यादव भी रहे हैं क्या उन्होंने किसी की बहाली करवाई थी क्या ?