'हाटे - बाजार नीतीश कुमार... ', दलितों के बाद वैश्यों को साधने की कवायद, जानिए लोकसभा चुनाव से पहले क्या है JDU का बड़ा प्लान

'हाटे - बाजार नीतीश कुमार... ', दलितों के बाद वैश्यों को साधने की कवायद, जानिए लोकसभा चुनाव से पहले क्या है JDU का बड़ा प्लान

PATNA : लोकसभा चुनाव में महज 4 से 5 महीने बाकी है। ऐसे में इस चुनाव को लेकर देश समेत राज्यों की तमाम राजनीतिक पार्टी अपने स्तर से चुनावी रणनीति बनाकर खुद के वोट बैंक को मजबूत करने में जुड़ गई है। ऐसे में  बिहार की सत्ता में काबिज पार्टी जदयू ने एक नई पहल की है। जदयू के तरफ से हाटे बाजार- नीतीश कुमार अभियान को और बड़े पैमाने पर चलाए जाने का निर्णय लिया गया है। 


दरअसल, लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार बिहार में अपनी पार्टी को फिर से मजबूत करना चाहते हैं। ऐसे में जदयू को यह अच्छी तरह से मालूम है कि किस समाज के वोटरों को आसानी से अपने साथ लाया जा सकता है। यही वजह है कि  जेडीयू लगातार उसे समाज के वोटरों को साधने के लिए रैली और अभियान शुरू कर रही है। इसी के तहत नीतीश कुमार की पार्टी जातियों ने अब हाटे बाजार नीतीश कुमार अभियान की शुरुआत करने की बात कही है।


मालूम हो कि, नीतीश की पार्टी जेडीयू ने भीम संसद का आयोजन किया था। जिसके जरिए महादलितों और दलितों को साधने की कोशिश की गई थी। वहीं कर्पूरी ठाकुर  की 100वीं जयंती पर अति पिछड़ा महासम्मेलन की तैयारी भी चल रही है। जो 24 जनवरी को प्रस्तावित है। इस बीच वैश्य समाज पर जदयू की नजर है। जिसके लिए हाटे बाजार- नीतीश कुमार अभियान भी चलाया जाएगा।


आपको बताते चलें कि, जदयू का ऐसा आरोप है कि, भाजपा के लोग हर दिन भ्रम फैलाते हैं। दूसरी ओर हमारे नेता नीतीश कुमार विकास के काम में जुटे रहते हैं। सीएम वोट की नहीं, बल्कि वोटरों की चिंता करते हैं। हमें वैश्य समाज को भाजपा के भ्रमजाल से निकालना होगा। जदयू कार्यालय में एक पोस्टर लगा है। इसमें लिखा है 2024 देश मांगे नीतीश।