हाड़ कंपाने वाली ठंड में भी बढ़ी बिजली की खपत, जानिए पटना में कितनी रही डिमांड?

हाड़ कंपाने वाली ठंड में भी बढ़ी बिजली की खपत, जानिए पटना में कितनी रही डिमांड?

PATNA : पिछले तीन-चार दिनों से हाड़ कंपा देने वाली ठंड ने शहर में बिजली की खपत भी बढ़ा दी है। लोग बिल की परवाह किए बगैर जमकर हीटर, गीजर और ब्लोअर चला रहे हैं। इससे बिजली की मांग भी रिकॉर्ड तोड़ रही है। रविवार की सुबह 11 बजे सर्वाधिक बिजली की मांग 466 मेगावाट पर पहुंच गई। यह इस साल का अबतक के ठंड में सबसे अधिक मांग रही। पटनावासी इतनी बिजली इसबार के ठंड में अबतक खर्च नहीं किए थे। शनिवार को अधिकतम मांग सुबह दस बजे 451 मेगावाट तक गई थी। इस तरह दूसरे दिन बिजली की मांग15 मेगावाट तक बढ़ी है।


बिजलीकर्मियों के अनुसार इस महीने ठंड में दो दिनों से बिजली की मांग अधिक हो रही है। शनिवार को 451 मेगावाट हुई थी। रविवार को अधिकतम मांग 466 मेगावाट पहुंची है। बढ़ती ठंड के कारण बिजली की मांग बढ़ी है। दोनों दिन यह अधिकतम मांग सुबह दस से 11 बजे ही बढ़ी है। मांग में बढ़ोतरी सुबह छह बजे के बाद होनी शुरू होती, जो 11 बजे तक बढ़ते चली जाती है। 12 बजे के बाद से मांग घटने का क्रम शुरू हो जाता है।


वहीं, शनिवार की शाम पांच बजे तक अधिकतम मांग 379 मेगावाट तक गई है। उसके बाद शाम छह से नौ बजे के बीच मांग पुन बढ़ गई। इस समय अधिकतम 426 मेगावाट तक रही। रात दस बजे से मांग घटना शुरू हुआ और रविवार की सुबह छह बजे तक 242 मेगावाट तक पहुंची।बिजली की मांग बढ़ने से फ्यूजकॉल की संख्या में दस फीसदी की वृद्धि हो गई। 


उधर, रात में शिकायतें दिन की तुलना काफी कम रह रही है। ठंड में बिजली बंद ट्रांसफार्मर के फेज उड़ने, शॉर्ट सर्किट आदि से हो रही है। शिकायतों को अविलंब दूर कर लिया जा रहा है। पेसू के जीएम मुर्तजा हेलला ने बताया कि बिजली की मांग बढ़ने से आपूर्ति पर प्रभाव नहीं पड़ रहा। सभी फीडर, ट्रांसफॉर्मर अंडरलोड हैं। निर्बाध आपूर्ति हो रही है। तकनीकी खराबी से बिजली बंद होने पर समय से दुरुस्त कर लिया जा रहा है।