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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Tue, 06 Feb 2024 07:27:31 AM IST
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DESK: वाराणसी के ज्ञानवापी विवाद से जुड़े दो मामलों की सुनवाई आज होगी। कोर्ट में मस्जिद पक्ष अपनी बात को रखेगा। ज्ञानवापी स्थित मां शृंगार के नियमित दर्शन पूजन की मांग के मामले में एएसआइ सर्वे की रिपोर्ट आने के बाद मंगलवार को जिला जज की अदालत में इसकी सुनवाई होगी। कोर्ट पूर्व में दिए गए प्रार्थना पत्रों पर सुनवाई करेगा। वहीं सर्वे रिपोर्ट पर आपत्ति भी दाखिल होगी।
वहीं सिविल जज प्रशांत सिंह की कोर्ट में शैलेंद्र योगीराज की ओर से दाखिल वाद की सुनवाई होगी। शैलेंद्र योगीराज कोर्ट से ज्ञानवापी में एडवोकेट कमिश्नर की कार्रवाई के दौरान मिले शिवलिंग को आदि विश्वेश्वर बताते हुए पूजा-अर्चना, राग-भोग समेत अन्य धार्मिक कार्य करने की इजाजत देने की मांग की है। जिसपर मस्जिद पक्ष की ओर अपना पक्ष रखने के लिए कोर्ट से समय मांगा गया है।
दरअसल, एएसआई सर्वे के दौरान यहां बलुआ पत्थर से बना एक शिवलिंग नंदी भी ठीक स्थिति में मिले हैं। एएसआई ने सर्वे रिपोर्ट में इसका उल्लेख किया है। एक और शिवलिंग के साथ बलुआ पत्थर से बने भगवान विष्णु की मूर्ति, भगवान गणेश की मूर्ति की तस्वीर भी एएसआई ने अपनी रिपोर्ट में जारी की है। ज्ञानवापी परिसर में संस्कृत में लिखे कई शब्द मिले हैं। एएसआई ने इसे 16वीं शताब्दी का अवशेष बताया है।
बता दें कि वाराणसी के ज्ञानवापी केस में बीते 31 दिसंबर को हिंदू पक्ष को बड़ी जीत मिली थी। वाराणसी की जिला कोर्ट ने ज्ञानवापी तहखाने में पूजापाठ की इजाजत हिंदू पक्ष को दे दी थी। हिंदू पक्ष ने कोर्ट से व्यास जी के तहखाने में पूजा पाठ की इजाजत मांगी थी। 31 साल बाद ज्ञानवापी परिसर में एक फरवरी को फिर से पूजा शुरू की गई। जिला कोर्ट के इस आदेश को चुनौती देते हुए मुस्लिम पक्ष ने इलाहाबाद हाई कोर्ट में चुनौती दी थी। हाई कोर्ट से राहत नहीं मिलने पर मुस्लिम पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही थी।