PATNA: देश भर में नरेंद्र मोदी को चुनौती देने का एलान कर चुके नीतीश कुमार सबसे पहले प्रधानमंत्री के गृह राज्य में उनका आमना-सामना करेंगे. नीतीश की पार्टी ने गुजरात विधानसभा चुनाव में मैदान में उतरने का फैसला ले लिया है. गुजरात में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और अगले महीने एक औऱ पांच दिसंबर को वोटिंग होनी है.
भारतीय ट्राइबल पार्टी से होगा तालमेल
गुजरात विधानसभा चुनाव में जेडीयू का तालमेल वहां की क्षेत्रीय पार्टी भारतीय ट्राइबल पार्टी से होने जा रहा है. भारतीय ट्राइबल पार्टी के संयोजक छोटू भाई वसावा ने आज मीडिया को ये जानकारी दी. छोटू भाई वसावा ने कहा कि उनकी नीतीश कुमार से बातचीत हो चुकी है और साथ मिलकर चुनाव लड़ने पर सहमति बन गयी है. वैसे अब तक जेडीयू की ओर से गुजरात चुनाव को लेकर कोई औपचारिक जानकारी नहीं दी गयी है. लेकिन छोटू भाई वसावा ने दावा किया है कि नीतीश कुमार ने चुनाव लडने पर रजामंदी जतायी है.
हालांकि छोटू भाई वसावा और उनकी पार्टी ने गुजरात चुनाव को लेकर पहले अरविंद केजरीवाल से तालमेल का एलान किया था. भारतीय ट्राइबल पार्टी और आम आदमी पार्टी ने कई साझा रैलियां भी की थी. लेकिन चुनाव से ठीक पहले छोटू भाई वसावा ने आम आदमी पार्टी के साथ तालमेल नहीं करने का एलान कर दिया. अब वे कह रहे हैं कि जेडीयू के साथ मिलकर चुनाव लडेंगे.
बता दें कि नीतीश कुमार पहले भी गुजरात में छोटू भाई वसावा के साथ मिलकर चुनाव लड़ चुके हैं. बिहार में जिन दिनों वे भाजपा के साथ मिलकर सरकार चलाते थे उस समय भी नीतीश गुजरात में भारतीय ट्राइबल पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लडते थे. हालांकि नीतीश कुमार की पार्टी को कभी गुजरात में सफलता नहीं मिली. वैसे भारतीय ट्राइबल पार्टी के अभी दो विधायक हैं और छोटू भाई वसावा का गुजरात के आदिवासियों पर अच्छी पकड़ है. गुजरात में आदिवासियों की तादाद लगभग 14.8 प्रतिशत है और वहां अनुसूचित जनजाति के लिए 27 सीटें रिजर्व हैं.