ब्रेकिंग न्यूज़

मोतिहारी: दर्दनाक सड़क हादसे में दो की मौत, परिजनों में मचा कोहराम प्रशांत किशोर ने लालू के साथ-साथ राहुल गांधी पर बोला बड़ा हमला, कहा..संविधान लेकर घूमने वाले क्या अंबेडकर के अपमान का जवाब देंगे? BIHAR: मिट गया माथे पर लगा कलंक: पॉक्सो एक्ट में बुरी तरह से फंस चुके केशव को मिला नया जीवन दान नीट 2025 में गोल इन्स्टीट्यूट के छात्रों ने लहराया परचम, 5400 से अधिक छात्र सफल, 527 छात्रों का सरकारी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश की उम्मीद Bihar Crime News: बिहार के पूर्व मंत्री की बहू को परिवार समेत जान से मारने की धमकी, जेठ पर गंभीर आरोप Bihar Crime News: बिहार के पूर्व मंत्री की बहू को परिवार समेत जान से मारने की धमकी, जेठ पर गंभीर आरोप BIHAR: शादी के 3 साल बाद विवाहिता की संदिग्ध मौत, ससुरालवालों पर दहेज के लिए हत्या का आरोप KATIHAR: डॉक्टर-पुलिस की मिलीभगत से कोर्ट को गुमराह करने का मामला उजागर, 82 वर्षीया महिला को जेल भेजने की धमकी, सोशल एक्टिविस्ट ने किया पर्दाफाश BIHAR CRIME: मोतिहारी एसपी के नाम पर बनाया फेक फेसबुक अकाउंट, साइबर ठगों ने की पैसे की मांग Bihar Politics: ‘बिहार की सत्ता में लालू परिवार की कभी नहीं होगी वापसी’ बाबा साहेब के अपमान पर बोले रोहित कुमार सिंह

सरकारी अस्पताल में लगा लाशों का अंबार, 3 दिन बाद भी अंतिम संस्कार नहीं हो पाने से आने लगी दुर्गंध

1st Bihar Published by: Updated Mon, 19 Apr 2021 12:47:38 PM IST

सरकारी अस्पताल में लगा लाशों का अंबार, 3 दिन बाद भी अंतिम संस्कार नहीं हो पाने से आने लगी दुर्गंध

- फ़ोटो

DESK : कोरोना की वजह से देश में होने वाली मौत की संख्या भी तेजी से बढ़ने लगी है. ऐसे में शवों के अंतिम संस्कार में भी काफी परेशानी हो रही है. हालात अब ये हो गए हैं कि मौत के तीन दिन के बाद भी शवों का अंतिम संस्कार नहीं किया जा सका है जिस वजह से अब लाशों से दुर्गन्ध आने लगी है. मामला गुजरात के वलसाड के जिला सिविल अस्पताल का है जहां कोरोना आइसोलेशन वार्ड से एक के बाद एक शव बाहर निकल रहे हैं. पोस्टमार्टम रूम में शव बिखरे पड़े हैं. 


दरअसल, यहां मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ा है, इसलिए अंतिम संस्कार के लिए जरूरी डेथ सर्टिफिकेट बनाने में घंटों लग रहे हैं. पड़े-पड़े शवों से दुर्गंध आने लगी है. सिविल अस्पताल के सुपरिटेंडेंट अमित शाह ने बताया कि यहां कोविड के मरीजों के लिए 400 बेड का इंतजाम है. उनका कहना है कि मरीज यहां हालत खराब करके पहुंच रहे हैं. मरीज तब आ रहे हैं जब उन्हें ऑक्सीजन या वेंटिलेटर की जरूरत महसूस हो रही है. मरीजों की संख्या अचानक बढ़ने से वर्कलोड काफी बढ़ गया है.


वहीं, वलसाड सिविल अस्पताल के बाहर मृतकों के परिजन शवों के इंतजार में घंटों से खड़े हैं. इनमें से कुछ को तो 36 घंटे इंतजार के बाद भी शव के अंतिम दर्शन नहीं हो पाए हैं. अस्पताल के ढुलमुल रवैए के कारण अब उनका गुस्सा फूटने लगा है. आपको बता दें कि गुजरात में बीते 24 घंटे में 10,340 नए कोरोना संक्रमित मिले, 110 की मौत हो गई. राहत की बात रही कि 3,981 मरीज ठीक भी हुए.