गोपालगंज में 2 लोगों की संदिग्ध मौत, जहरीली शराब से मौत की आशंका, मृतकों में शराब कारोबारी लालदेव मांझी भी शामिल

गोपालगंज में 2 लोगों की संदिग्ध मौत, जहरीली शराब से मौत की आशंका, मृतकों में शराब कारोबारी लालदेव मांझी भी शामिल

GOPALGANJ: छपरा और सीवान में जहरीली शराब से 36 लोगों की मौत के बाद अब इसकी धमक पड़ोसी जिले गोपालगंज में देखने को मिल रही है। जहां एक और व्यक्ति की संदिग्ध स्थिति में मौत हो गयी है। गोपालगंज में कुल दो लोगों की मौत हुई है। गोपालगंज एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया कि दो लोगों की संदिग्ध मौत हुई है। मृतक की पहचान लालदेव मांझी और लाल बाबू के रूप में हुई है जो  बैकुंठपुर और मोहम्मदपुर इलाके के रहने वाले थे। लालदेव मांझी शराब कारोबारी था जिसकी मौत हुई है।


उन्होंने बताया कि हम लोगों से यह अपील कर रहे हैं कोई भी व्यक्ति जहरीली शराब का सेवन किया हो तो वो हमारे सामने आए हमलोग उसकी मदद करेंगे। अस्पताल में उनकी इलाज कराएंगे। गोपालगंज में दो लोगों की मौत के बाद दो अलग-अलग एसआईटी का गठन किया गया है। जो इलाके के शराब अड्डों पर छापेमारी कर रही है। अभी तक 5000 से ज्यादा लीटर शराब बरामद किया गया है जिसे नष्ट किया जा रहा है। पुलिस का यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। पुराने शराब कारोबारियों के अड्डे पर भी छापेमारी की जा रही है। 


गोपालगंज में संदिग्ध स्थिति में दो व्यक्ति की मौत हो गयी है। मृतकों की पहचान बैकुंठपुर के गोरौली निवासी लालबाबू राय और मोहम्मदपुर निवासी लालदेव मांझी के रूप में हुई है। दोनों शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है। वही संदिग्ध रूप से बीमार पिता-पुत्र को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उधर,पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम शहर के खजुरबानी समेत अन्य इलाकों में शराब की टोह में छापेमारी कर रही है।


दरअसल, बिहार में एक बार फिर जहरीली शराब ने कहर बरपाया है। सीवान और छपरा में अबतक 25 लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से मौत की पुष्टि हुई है। वहीं कई लोग अस्पतालों में भर्ती है। छपरा और सीवान के बाद अब गोपालगंज में भी जहरीली शराब कांड की धमक देखने को मिल रही है। गोपालगंज में दो व्यक्ति की मौत संदिग्ध परिस्थिति में हो गयी है। जहरीली शराब पीने की आशंका लोग जता रहे हैं।  


वही बैकुंठपुर के उसरी के रहने वाले बाप बेटे को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दोनों की गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें दूसरी जगह रेफर कर दिया है। दोनों पिता-पुत्र लालदेव मांझी और प्रदीप कुमार बुधवार को भैंस खरीदने के लिए बैकुंठपुर के बंदोली गए थे। लौटने के बाद आंखों की रौशनी जाने और उल्टी की शिकायत होने के बाद सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था।


तथाकथित जहरीली शराब कांड को लेकर गोपालगंज में कई जगहों पर रेड जारी है। उत्पाद विभाग और नगर थाना की पुलिस टीम शहर के खजुरबानी में छापेमारी कर रही है। शराब कांड के बाद पुलिस अवैध शराब कारोबारियों पर नकेल लगाने की कोशिश कर रही है। बैकुंठपुर और दूसरे इलाके में भी ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है।


बिहार में एक बार फिर जहरीली शराब ने कहर बरपाया है। सीवान और छपरा में अबतक 20 से अधिक लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से हो गई है। जिला प्रशासन की तरफ से 25 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है। वहीं कई लोग अस्पताल में भर्ती है। बिहार के DGP आलोक राज ने बताया कि छपरा-सीवान में जहरीली शराब कांड में अब तक 25 लोगों की मौत हुई है। सीवान में 20 और छपरा में 5 लोगों की मौत की पुष्टि डीजीपी ने की है। डीजीपी ने बताया कि पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 12 लोगों को गिरफ्तार किया है। डीजीपी आलोक राज ने कहा कि शराब माफियाओं के ऊपर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। निर्माण, भंडारण, सप्लाई करने वालों पर सख्त से सख्त कार्रवाई होगी। 


पटना मध निषेध विभाग के सचिव और पुलिस अधीक्षक को भी क्षेत्र में भेजा गया है। इन लोगों को निर्देषित किया गया है कि पूरी समस्याओं को देखें और एक विस्तृत कार्य योजना तैयार करें ताकि सब पर कारगर कार्रवाई की जा सके। डीजीपी आलोक राज ने कहा कि एसआईटी टीम का गठन किया गया है। डीजीपी से जब पूछा गया कि पर्व त्यौहार के दौरान इस तरीके की घटना हो रही है तो उन्होंने चूक होने की बात को स्वीकार करते हुए कहा कि जिन लोगों के कारण यह चूक हो रही है उन्हें चिन्हित कर उचित कार्रवाई की जाएगी।


जानकारी के मुताबिक सारण और सीवान में जहरीली शराब पीने से एक साथ कई जिंदगियां काल के गाल मे समा गई हैं। शराब कांड के बाद अब ताबड़तोड़ ऐक्शन भी जारी है। दो अलग-अलग टीमों ने दोनों जिलों में रेड मारी है तो वहीं जांच के लिए फॉरेंसिक टीम ने अहम नमूने भी जुटाए हैं। सारण और सीवान में 25 लोगो की जान चली गई है। कई लोगों की आंख की रोशनी भी छिन गई है। सारण और सीवान में एक दर्जन लोगों के मौत की सूचना के बाद मामले की जांच के लिए मुख्यालय की ओर से दो विभागों की एक-एक टीम को घटनास्थल पर भेजा गया है। 


वहीं, इस घटना को लेकर जो टीम गठित किया गया है उसमें एक टीम पुलिस महकमा के अंतर्गत गठित मद्यनिषेध इकाई की है, जिसका नेतृत्व एएसपी संजय झा कर रहे हैं। इसमें डीएसपी समेत 7 सदस्य हैं। दूसरी टीम उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग की है, जिसका नेतृत्व संयुक्त आयुक्त कृष्ण कुमार कर रहे हैं। इसमें उपायुक्त सुरेंद्र प्रसाद, संजय कुमार, दीनबंधु, आदित्य कुमार समेत पांच सदस्य शामिल हैं। दोनों टीमें अपने-अपने स्तर से पूरे मामले की तफ्तीश में जुट गई हैं। मौके पर पहुंच एफएसएल की टीम ने तमाम साक्ष्यों को एकत्र कर लिया है। इसकी जांच के बाद स्पष्ट हो जाएगा कि किस वजह से मौत हुई है। दोनों टीमों के नेतृत्व में आसपास के इलाकों में सघन छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है।


इधर, सारण जिला के मशरक थाना क्षेत्र ब्राहिमपुर गाँव में नशीले पेय पदार्थ के सेवन से दो व्यक्तियों की मृत्यु मामले में एसपी डॉ कुमार आशीष ने कार्रवाई करते हुए एएसआई व चौकीदार को निलंबित कर दिया है। थाना अध्यक्ष सह इंस्पेक्टर तथा आईटीएफ प्रभारी से स्पष्टीकरण मांगा गया है। घटना में आठ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। एसपी ने बताया कि हेड क्वार्टर एडिशनल एसपी डॉ राकेश कुमार के नेतृत्व में एस आई टी गठित की गई है। इस कांड में शामिल लोगों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी चल रही है।