PATNA: भविष्य की डोर वर्तमान के हाथों में होती है, इसलिए सुनहरे भविष्य का सपना देख रहे प्रत्येक छात्र के लिए वर्तमान को बेहतर तरीके से इस्तेमाल करना अति आवश्यक हो जाता है। छात्रों को सुनहरे भविष्य का राह दिखाने के लिए प्रत्येक वर्ष अवसर लेकर आता है गोल टैलेंट सर्च एग्जाम (जी.टी.एस.ई.)। 6ठी से 12वीं कक्षा में पढ़ाई कर रहे साईंस के क्षेत्र में रूचि रखने वाले छात्रों के लिए पूर्वी भारत का नं-वन इंस्टीट्यूट गोल के द्वारा गोल टैलेंट सर्च परीक्षा कराई जाती है। इस परीक्षा में बिहार, झारखं, वेस्ट बंगाल, उड़ीसा एवं छत्तीसगढ़ के हजारों छात्र भाग लेते हैं। इस परीक्षा में टॉप रैंकर्स को लैपटॉप, टैब एवं कई अन्य पुरस्कारों के साथ सम्मानित किया जाता है, जो छात्रों के उत्साह को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मुख्य परीक्षा में शामिल सभी छात्रों को मेडल एवं सर्टिफिकेट देकर उनके मेधा को सम्मानित किया जाता है। छात्रों को उनके स्कोर के आधार पर 100 प्रतिशत तक की स्कॉलरशीप भी दी जाती है।
गोल इंस्टीट्यूट की ज्वाईंट डायरेक्टर डॉ. ममता सिंह के अनुसार नए युग में उपलब्ध विविध कैरियर विकल्पों में साइंस से जुड़े क्षेत्रों में चिकित्सा विज्ञान और इंजीनियरिंग के प्रति छात्रों का रूझान बढ़ा है। इसे बताने की जरूरत नहीं है कि इस पेशे से जुड़ी सामाजिक प्रतिष्ठा एवं प्रसिद्धि छात्रों के लिए आकर्षण का केंद्रबिंदू है। इसके अलावा, हमारे देश में चिकित्सा और इंजीनियरिंग पेशेवरों की बढ़ती मांग और अनुसंधान के विकास की उच्च स्तर पर पहुंचने के साथ, चिकित्सा और इंजीनियरिंग पेशा तेजी से विद्यार्थियों और अविभावकों का पसंद बनता जा रहा है। व्यवस्थित प्रयास और कुशल मार्गदर्शन सफलता का एक मार्ग है क्योंकि ये निश्चित रूप से किसी उम्मीदवार को सामान्य लोगों से अलग करता है। छात्रों को मेडिकल एवं इंजिनियरिंग के क्षेत्रों में सफलता पाने में गोल टैलेंट सर्च एग्जाम (जी.टी.एस.ई.) एक अहम भूमिका निभा रहा है।
गोल टैंलेंट सर्च परीक्षा में शामिल छात्रों के लिए गोल इंस्टीट्यूट द्वारा उचित दिशा निर्देश के लिए सेमिनार एवं वेबीनार का आयोजन किया जाता है। जिसके द्वारा गोल संस्थान के एक्सपर्ट एवं विभिन्न क्षेत्रों में सफलता प्राप्त किए लोग छात्रों को सफलता के मूलमंत्र को बताते हुए उन्हें सफलता का राह दिखाते हैं। पिछले 12 वर्षों में जी.टी.एस.ई. से लाभान्वित होकर हजारों की संख्या में छात्र मेडिकल, आई.आई.टी. एवं सिविल सर्विसेज जैसे परीक्षा में सफलता पाकर देश के टॉप टेन मेडिकल एवं इंजिनियरिंग में नामांकन प्राप्त कर आज शिक्षित एवं सभ्य समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
6वीं से 12वीं कक्षा में पढ़ रहे छात्र ऑनलाईन के माध्यम से www.gtse.in वेबसाईट के द्वारा आसानी से जी.टी.एस.ई. का फॅार्म भर सकते हैं। दो चरणों में होने वाली इस परीक्षा के द्वारा सर्वप्रथम छात्र यह जान पाएंगे कि दूसरे अन्य छात्रों के बीच वर्तमान में उनका स्थान कहाँ है। स्कूल में होने वाले सब्जेक्टिव प्रश्नों के अलावा कंपीटिशन में पूछे जा रहे ऑब्जेक्टिव प्रश्नों को सॉल्व कैसे करना होता है। इस तरह के प्रश्नों को सॉल्व करने के लिए माइक्रो लेवल पर तैयारी कैसे की जाती है? टाइम मैनेजमेंट कैसे हो सकता है? एवं निगेटिव मार्किंग से बचने के लिए एक्युरेसी कितनी महत्वपूर्ण है? इन सारे प्रश्नों का उत्तर छात्र गोल टैलेंट सर्च एग्जाम में भाग लेकर जान सकते हैं। इस परीक्षा के प्राप्तांक के आधार पर गोल इंस्टीट्यूट द्वारा चलाये जा रहे क्लास रूम प्रोग्राम एवं अन्य कोर्सों में मेडिकल और इंजीनियरिंग की तैयारी के लिए रूचि रखने वाले छात्रों को 100 प्रतिशत तक की स्कॉलरशिप दी जाएगी।
महत्वपूर्ण जानकारियां
• फार्म भरने की अंतिम तिथिः 31 दिसम्बर 2022
• फार्म ऑनलाइनः www.gtse.in पर भरा जा सकता है।
•फार्म ऑफलाइनः गोल इंस्टीट्यूट के किसी भी ऑफिस में उपलब्ध आवेदन शुल्क 200/- रूपये हैं।
•प्रारंभिक परीक्षाः 08 जनवरी 2023 (ऑनलाइन) - छात्र अपने सुविधानुसार मोबाइल एवं लैपटॉप से दे सकते हैं।
•मुख्य परीक्षाः 22 जनवरी 2023 (ऑफलाइन) जोन हेडक्वार्टर में पटना, गया, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, पूर्णियां, भागलपुर, रांची, धनबाद, देवघर, जमशेदपुर, डाल्टेनगंज, भीलाई, रायपुर, पश्चिम बंगाल एवं उड़ीसा में
•परीक्षा में साइंस, मैथ्स एवं आईक्यू बेस्ड पूछे जाएंगे
•संपर्क करें हेल्पलाइन नंबर- 9334594165/66/67