‘बिहार में भी हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट्स को बैन करें नीतीश’ गिरिराज सिंह ने सीएम को पत्र लिखकर की मांग

‘बिहार में भी हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट्स को बैन करें नीतीश’ गिरिराज सिंह ने सीएम को पत्र लिखकर की मांग

PATNA: यूपी के तर्ज पर बिहार में भी हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट्स को बैन करने की मांग उठने लगी है। केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय के बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा है और कहा है कि हलाल सर्टिफिकेशन के नाम पर हो रही साजिश के खिलाफ तुरंत एक्शन लें।


गिरिराज सिंह ने कहा है कि हलाल सर्टिफिकेशन के नाम पर भारत के बाजार का इस्लामीकरण किया जा रहा है। जैसे सनातन में मंत्र अभिषेक होता है किसी चीज के लिए उसी तरह ये कुरान पोषित और सरिया कानून के तहत वोट के सौदागर कांग्रेस इसे वर्षो तक संरक्षण देती रही। इंडी गठबंधन के सभी गैंग जो सनातन धर्म को ही खत्म करने पर तुले हुए हैं, इन सभी ने मिलकर वोट बैंक की राजनीति के लिए भारत के साथ साथ बिहार में सिर उठाने लगा है। 


गिरिराज ने कहा कि आज जिस भी दुकान में चले जाइए वहां ये हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट मिल जाएंगे। यह एक तरह से जजीया टैक्स के समान है।बाजार और बिहार का इस्लामीकरण है और सरिया कानून को स्थापित करने की कोशिश है। इसपर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इसपर तुरंत एक्शन लेना चाहिए। यह समाज के बांटने वाला है अगर इसपर कार्रवाई होगी तो समाज का विभाजन रूकेगा नहीं तो आने वाले समय में बिहार में सरिया कानून स्थापित हो जाएगा। गिरिराज सिंह ने बिहार में हलाल सर्टिफाइड उत्पादों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।


केंद्रीय मंत्री ने सीएम नीतीश कुमार को लिखे पत्र में लिखा है कि बिहार में कई खाद्य पदार्थों और अन्य आवश्यक सामग्रियों में हलाल कारोबार संचालित हो रहा है। इनमें खाद्य तेल से लेकर नकमीन, ड्राई फ्रूट, मिठाइयां, दवाइयां और मेडिकल उपकरण शामिल हैं। सामान बनाने वाली कंपनियों को मोटी रकम देकर सर्टिफिकेट दिए जा रहे हैं, जो कि एक बड़ा षडयंत्र है। भारत जैसे धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र में हलाल सर्टिफिकेट संबंधी कारोबार का आकार 2 ट्रिलियन डॉलर तक है। इसके आतंकवादी गतिविधियों से जुड़े होने की भी बात सामने आ रही है। इसलिए इसकी गहराई से जांच की जानी चाहिए।