DESK: दो सगी बहनों की शादी थी। घर में खुशी का माहौल था। इस मौके पर दोनों दुल्हनें घोड़ी पर सवार हो गयीं। दोनों बहनों के घोड़ी चढ़ना पंचों को नागवार गुजरा। उन्होंने इस परिवार को तुगलकी फरमान सुना दिया। पंचों ने इस परिवार को समाज से बेदखल कर दिया और हुक्का पानी तक बंद कर दिया। साथ 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया। पंचों के इस तुगलकी फरमान से दुल्हन के परिजनों और इलाके के लोगों के बीच हड़कंप मच गया।
पीड़ित परिवार ने मामले की शिकायत थाने में दर्ज करायी। जिसके बाद पुलिस इस पूरे मामले की छानबीन में जुट गयी है। मामला राजस्थान के बाड़मेर जिले के मेली गांव की है। जहां इस तुगलकी फरमान से पीड़ित परिवार काफी सदमें में है। शादी की खुशियां पल भर में गम में तब्दिल हो गयी। बता दें कि थाना राम के बेटे शंकर राम ने अपनी दो बहनों की शादी 6 फरवरी को की थी। इस दौरान दुल्हन बनीं दोनों बहनों को घोड़ी पर बिठाकर बंदोली की ओर जा रहे थे।
परिवार के सभी सदस्य बिटिया की शादी से बहुत खुश थे। लेकिन पंचों को दोनों बिटिया का घोड़ी पर चढ़ना नागवार गुजरा। आनन-फानन में पंचों ने पंचायत बुलाई और दुल्हन के परिवार को भी बुलाया। जिसके बाद पंचों ने तुगलकी फरमान जारी कर दिया। पंचों ने कहा कि कोई भी व्यक्ति दोनों दुल्हन के परिवार से किसी तरह का ताल्लुक नहीं रखेगा। ना कोई उनके घर जाएगा और ना ही बातचीत ही करेगा।
पंचों ने 50 हजार रुपया जुर्माना भी लगाया और दुल्हन के परिवार का हुक्का पानी तक बंद कर दिया। अब पीड़ित परिवार पुलिस से न्याय की गुहार लगा रहा है। पीड़ित परिवार ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी है। जिसके बाद पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। इलाके के लोग भी इस तुगलकी फरमान से हैरान हैं। ऐसे में देखना यह होगा कि पुलिस इस मामले में क्या कार्रवाई कर पाती है। पंचों के इस तुगलकी फरमान को पुलिस किस नजरिये में देखती है।