PATNA : पटना के गायघाट स्थित रिमांड होम से निकली एक लड़की ने रिमांड होम की अधीक्षक के ऊपर गंभीर आरोप लगाए थे. लड़की की तरफ से रिमांड होम की अधीक्षक वंदना गुप्ता के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस में कंप्लेन भी की गई थी लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं किया गया. इस मामले में सरकार ने अधीक्षक वंदना गुप्ता को क्लीन चिट दे दी लेकिन अब इसी रिमांड होम से निकली एक और लड़की ने फिर से अधीक्षक के ऊपर गंभीर आरोप लगाए हैं.
पहली बार अधीक्षक वंदना गुप्ता के ऊपर जो आरोप लगाए गए और शिकायत की गई उसके बाद तो केस दर्ज नहीं हुआ लेकिन अब दूसरी बार जो आरोप लगे हैं उसके बाद क्या होगा इसका इंतजार सबको है. इस मामले में नीतीश सरकार ने अब तक के चुप्पी साध रखी है. समाज कल्याण विभाग में पहली दफे आरोप लगाने वाली लड़की के दावों को खारिज किया था लेकिन अब 4 साल तक इस रिमांड होम में रह चुकी लड़की ने कहा है कि वंदना गुप्ता यहां रहने वाली लड़कियों को प्रताड़ित करती हैं.
रिमांड होम में 4 साल तक रह चुकी इस से पीड़िता ने मंगलवार को वंदना गुप्ता के खिलाफ लिखित कंप्लेन दर्ज कराई है. इसके पहले जिस पीड़िता ने आरोप लगाया था उस मामले में केस दर्ज नहीं किया गया था. अब पुलिस नई पीड़िता की तरफ से दी गई लिखित शिकायत पर केस दर्ज करती है या नहीं यह देखना दिलचस्प होगा. जिस पीड़िता ने पहली दफे वंदना गुप्ता के ऊपर आरोप लगाए उसका बयान समाज कल्याण विभाग में दर्ज हो चुका है लेकिन पुलिस ने इस मामले में कोई पहल नहीं की थी. हाई कोर्ट ने इस मामले में स्वत संज्ञान लेते हुए पुलिस और प्रशासन को कड़ी फटकार लगाई है. महिला विकास मंच से जुड़ी वॉलिंटियर्स एक बार फिर दूसरी पीड़िता को लेकर महिला थाने पहुंची थी और उसकी शिकायत दर्ज कराई.
इस रिमांड होम में रह चुकी दूसरी पीड़िता ने आरोप लगाया है कि रिमांड होम की अधीक्षक वंदना गुप्ता वहां रहने वाली लड़कियों को नशे की दवा देती थी. यही नहीं वह बाहर से लड़कों को भी बुलाती थी. 4 साल का लंबा वक्त रिमांड होम में गुजार चुकी इससे पीड़िता ने यह भी बताया है कि रिमांड होम में तमाम तरह के गलत काम होते हैं. साल 2000 में उसे मुजफ्फरपुर में एक दलाल के हाथों सौंप दिया गया था. पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया है कि वंदना गुप्ता जब से प्रभार में आई तबसे रिमांड होम की स्थिति खराब हो गई है. हालांकि पहले जो अधीक्षक थी वह ठीक तरीके से काम कर रही थी.