GAYA: अभी-अभी बड़ी खबर आ रही है । गया में हुई नीतीश कैबिनेट की बैठक में 29 एजेंडों पर मुहर लगी है। बिहार कैबिनेट की बैठक में कई अहम प्रस्तावों पर मुहर लगी है। गंगाजल उद्वह योजना को कैबिनेट से मंजूरी मिल गयी है।
दक्षिण बिहार में भीषण जल संकट से गुजर रहे गया, बोधगया और राजगीर शहरों को इस समस्या से निजात दिलाने के लिए बिहार के जल संसाधन विभाग द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के महत्वाकांक्षी जल-जीवन-हरियाली अभियान के अंर्तगत तैयार की गई गंगा जल उद्वह योजना को आज गया में कैबिनेट की स्वीकृति मिल गई।इस योजना के तहत गया, राजगीर और नवादा शहर को सालों भर पीने के लिए गंगा नदी का शुद्ध पानी पहुंचाया जाएगा।
गया के पहाड़पुर में आयोजित इस कैबिनेट बैठक के बाद इस योजना के बारे में बताते हुए बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि "गंगा जल उद्वह योजना जल संसाधन विभाग की जल जीवन हरियाली अभियान के तहत सबसे मुख्य परियोजना है। आज की कैबिनेट स्वीकृति के बाद जून, 2021 तक इस योजना के तहत मुख्य पाइप लाईन, भंडारण स्थलों एवं जल शोधन केन्द्रों का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद गया, बोधगया और राजगीर शहरों के लिए वर्ष 2051 की अनुमानित जनसंख्या के हिसाब से सालों भर जलापूर्ति की मांग सुनिश्चित हो जायेगी।"
वहीं कैबिनेट की बैठक में स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों को बड़ा झटका लगा है. कैबिनेट ने 13 मेडिकल अफसर को सेवा से बर्खास्त करने का फैसला लिया है। बैठक में पटना-गया-डोभी मार्ग पर फोर लेन के लिए सरकार ने नेशनल हाइवे अथॉरिटी को जमीन देने के फैसले पर मुहर लगायी है।कैबिनेट सचिव दीपक प्रसाद ने बैठक के बाद फैसलों की विस्तृत जानकारी दी।