GAYA : गया के ऐतिहासिक विष्णुपद मंदिर में शुक्रवार को एक दृष्टिबाधित जोड़े ने सात फेरे लिए और सात जन्मों तक साथ निभाने का वादा कर एक-दूसरे के हो गए. विष्णुपद मंदिर प्रांगण में इन दोनों की शादी वैदिक मंत्रोच्चार के साथ कराई गई. कई गणमान्य लोगों सहित वर-वधू पक्ष ने नवदंपती को आशीर्वाद दिया.
बताया जा रहा है कि पिंकी का दूल्हा गोपाल 1200 किलोमीटर दूर महाराष्ट्र के नागपुर से अपने परिजनों के साथ शादी करने पहुंचा था. दरअसल पिंकी की मां देहरादून के एक स्कूल में काम करती थी. पिंकी जन्म से ही दृष्टिबाधित थी और अपनी मां के साथ देहरादून में ही रहती थी.
स्कूल में ही पिंकी ने 12वीं तक की पढ़ाई ब्रेल लिपी से की थी. पिंकी के दृष्टिबाधित होने के कारण उसकी मां परेशान रहती थी कि उसकी बेटी से कौन शादी करेगा. इसी दौरान नागपुर के गोपाल के स्वजनों से पिंकी की मां की भेंट हुई. गोपाल भी दृष्टिबाधित है. वह ब्रेल लिपी से पढ़ाई करता है और नागपुर में दुकान चलाता था. इस अनोखी शादी की चर्चा पूरे इलाके में है और हर कोई नवविवाहित जोड़े के शुखद भविष्य की कामना कर रहा है.